इंटरसेप्टर से लग रही वाहनों की रफ्तार पर लगाम
इंटरसेप्टर वाहन के आने से हाईवे ट्रैफिक पुलिस के हाथ मजबूत हो गए हैं। सड़कों पर तेज गति से दौड़ने वाले वाहनों पर नकेल कसने में सुविधा हो गई है। पुलिस ने कैश चालान भरने वालों से 6 लाख 19 हजार रुपये की रिकवरी भी की है। 12 दिनों में ओवर स्पीड के 122 चालान किए हैं।
जागरण संवाददाता, समालखा : इंटरसेप्टर वाहन के आने से हाईवे ट्रैफिक पुलिस के हाथ मजबूत हो गए हैं। सड़कों पर तेज गति से दौड़ने वाले वाहनों पर नकेल कसने में सुविधा हो गई है। पुलिस ने कैश चालान भरने वालों से 6 लाख 19 हजार रुपये की रिकवरी भी की है। 12 दिनों में ओवर स्पीड के 122 चालान किए हैं।
जीटी रोड पर ओवर स्पीड वाहनों की भरमार होती है। लिमिट से अधिक स्पीड में वाहन चलाने से हादसे होते हैं। इंटरसेप्टर वाहन पुलिस के लिए जरूरी था। पुराने वाहन के सालों पहले खराब हो जाने से पुलिस के हाथ बंधे थे। चाहकर भी ओवरस्पीड का चालान नहीं कर पा रही थी। हाइवे ट्रैफिक इंचार्ज सुरेंद्र कुमार ने बताया कि वाहन मिलने के बाद गत 10 जुलाई से ओवर स्पीड के चालान शुरू किए गए थे। अब तक 122 चालान हो चुके हैं। एक जुलाई से अभी तक उनकी टीम द्वारा कार, कैब, बाइक, बस, ट्रक आदि 811 वाहनों के चालान किए गए हैं। लोगों से कैश 6.19 लाख जुर्माना वसूला गया है। कई लोग चालान दफ्तर, पानीपत में भी जुर्माना भरे हैं। प्रतिदिन औसतन 10 से 12 चालान ओवर स्पीड के हो रहे हैं। वाहनों की तेज गति पर ब्रेक लगा है।