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Religion Conversion: हरियाणा में फ‍िर मुस्लिम परिवारों ने हिंदू धर्म अपनाया, जींद में 35 लोगों ने जताई आस्‍था

जींद के गांव धमतान में 6 मुस्लिम परिवारों ने हिंदू धर्म अपनाया। छह परिवारों के करीब 35 लोगों ने हिंदू रीति रिवाज के अनुसार जनेउ पहनकर हिंदू धर्म स्‍वीकार किया। परिवार वालों ने बताया कि उन्‍होंने कभी नमाज नहीं पढ़ी। सभी काम हिंदू धर्म से करते हैं।

By Anurag ShuklaEdited By: Published: Thu, 01 Oct 2020 03:47 PM (IST)Updated: Thu, 01 Oct 2020 03:47 PM (IST)
Religion Conversion: हरियाणा में फ‍िर मुस्लिम परिवारों ने हिंदू धर्म अपनाया, जींद में 35 लोगों ने जताई आस्‍था
धमतान साहिब गांव में दादा खेड़ा में हवन करते हुए जनेऊ धारण कर मुस्लिम धर्म छोड़ हिंदू धर्म अपनाते हुए।

पानीपत/जींद, जेएनएन। हरियाणा में एक बार फ‍िर मुस्लिम परिवारों ने हिंदू धर्म पर आस्‍था जताई। उन्‍होंने मुस्लिम धर्म छोड़ते हुए हिंदू धर्म को अपनाया। उनका कहना है कि वे पहले भी हिंदू रीति रिवाज को अपनाते आ रहे हैं। उन्‍होंने कभी नमाज तक नहीं पढ़ी। बता दें कि इससे पहले भी जींद में कई परिवारों ने मुस्लिम धर्म छोड़कर हिंदू धर्म को अपनाया।

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जींद के नरवाना के गांव धमतान साहिब में मिरासी जाति के छह मुस्लिम परिवारों ने सरपंच जयपाल नैन की मौजूदगी में हिंदू धर्म में आस्था जताई। हिंदू धर्म में शामिल होने के लिए दादा खेड़ा में हवन-यज्ञ करवाया गया और उनको जनेऊ धारण करवाया गया।

सरपंच जयपाल नैन ने बताया कि हिंदू धर्म अपनाने वालों में नजीर के परिवार से बलजीत, सदीक, दिनेश, राजेश उर्फ नन्हा, सतबीर तथा जंगा के परिवार के 35 सदस्य शामिल रहे। नजीर के पुत्र सतबीर ने बताया कि उन्होंने हिंदू धर्म अपनी मर्जी से अपनाया है। इसमें किसी का कोई दबाव नहीं था।

उन्होंने हिंदू धर्म में शामिल होने के लिए कई बार ग्रामीणों से बातचीत की थी। ग्रामीणों ने उनसे पूछा कि किसी दबाव के कारण हिंदू धर्म तो नहीं अपना रहे। लेकिन उन्होंने इससे इनकार कर दिया। सतबीर ने बताया कि वे मुस्लिम धर्म में घुटन महसूस करते थे। क्योंकि उनको न तो मुसलमान माना जाता था और न ही हिंदू में गिनती होती थी। उनके परिवार में किसी ने आजतक न तो नमाज पढ़ी और न ही रोजे रखे। वे हिंदू धर्म के ही त्यौहार मनाते आ रहे थे। शादियों में फेरे की रस्म भी करवाई जाती रही है। वे केवल मुस्लिम धर्म के अनुसार ही शव को दफनाते थे। उनके बड़े भाई ने मकान बनवाया था, तो उस समय गृह प्रवेश में हवन करवाया था। हिंदू धर्म अपनाने का कारण यह भी था कि उनके काम-काज हिंदू धर्म के लोगों के ही थे। वे बिना किसी दबाव के हिंदू धर्म में शामिल हुए हैं।

गांव धमतान के छह परिवारों ने बिना किसी दबाव के मुस्लिम धर्म छोड़कर हिंदू धर्म अपनाया है। जिसके लिए सभी की सहमति बनी है और उनके परिवार द्वारा ही हवन-यज्ञ करवाकर जनेऊ धारण किया गया है।

जयपाल नैन, सरपंच, गांव धमतान साहिब

पहले भी मुस्लिम परिवारों ने अपनाया हिंदू धर्म

जुून 2020 में पानीपत के गांव आसन कलां में डूम बिरादरी के 5 परिवारों के 24 सदस्यों ने मुस्लिम धर्म छोड़कर हिंदू रीति रिवाज के साथ हिंदू धर्म अपनाया।

हिसार की उप तहसील उकलाना के गांव बिठमड़ा के 30 परिवारों ने हिंदू धर्म अपनाया। एक बड़े परिवार की 80 वर्षीय महिला फुल्ली बाई का निधन हुआ था और उनके अंतिम संस्कार का कार्यक्रम में गांव के अन्य लोग भी शामिल हुए। अंतिम संस्कार की रस्म के बाद मृतक महिला फुल्ली बाई के बेटे सतबीर ने जानकारी देते हुए बताया कि उनके सहित 30 परिवारों ने हिन्दू धर्म अपनाने का फैसला किया।


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