कुरुक्षेत्र के लोगों को राहत, कोरोना रिपोर्ट के लिए नहीं करना होगा इंतजार, यहां बन रही लैब
कुरुक्षेत्र के लोगों को अब कोरोना रिपोर्ट के लिए ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ेगा। संदिग्ध कोरोना पॉजिटिव मरीजों की रिपोर्ट अभी 36 घंटों में आ रही। सेक्टर चार स्थित पोलीक्लीनिक में लैब बनाई जाएगी। अब छह से सात घंटे में ही रिपोर्ट आ जाएगी।
कुरुक्षेत्र, [विनीश गौड़]। कोरोना की टेंशन के बीच रिपोर्ट को लेकर एक राहतभरा समाचार है। निजी अस्पतालों व प्रयोगशालाओं की तर्ज पर अब सरकारी अस्पताल में भी कुछ ही घंटों के अंदर कोरोना की रिपोर्ट मिलेगी। स्वास्थ्य विभाग ने अपनी खुद की कोरोना टेस्टिंग लैब शुरू करने का फैसला लिया है।
स्वास्थ्य विभाग ने लैब के लिए सेक्टर चार स्थित पोलीक्लीनिक में जगह फाइनल कर ली है। इसके साथ ही रीयल-टाइम पोलीमरेज चेन रिएक्शन टेस्ट के लिए जरूरी सामान की डिमांड भी कर ली है। इसका फायदा संदिग्ध कोरोना मरीजों को होगा। सरकारी अस्पतालों में जांच कराने वाले मरीजों को रिपोर्ट के लिए ज्यादा दिन तक इंतजार नहीं करना पड़ेगा बल्कि शुरुआती दौर में ही उन्हें कोरोना होने या नहीं होने की सूचना मिल जाएगी। लैब की रिपोर्ट सात से आठ घंटे में ही आ जाएगी, जो अभी तक 36 घंटे में आ रही है।
अभी लोगों की यह है शिकायत
कोरोना जांच कराने वाले मरीजों के परिजनों की अक्सर यह शिकायत रहती है कि अगर वे निजी अस्पताल में जांच कराते हैं तो कोरोना की रिपोर्ट कुछ ही घंटों में आ जाती है, जबकि सरकारी अस्पताल में कोरोना की रिपोर्ट दो से तीन दिन में आती है। ऐसे में यह राहत की बात होगी।
जिला सिविल सर्जन इसलिए ले रहे हैं रुचि
दरअसल आइसीएमआर की गाइडलाइंस के मुताबिक आरटीपीसीआर टेस्ट करने के लिए माइक्रोबायोलॉजिस्ट की जरूरत होती है। एलएनजेपी अस्पताल में दो पैथोलॉजिस्ट तो हैं लेकिन माइक्रोबायोलॉजिस्ट नहीं है। हाल ही में डा. संतलाल वर्मा का तबादला अंबाला सिटी से कुरुक्षेत्र में जिला सिविल सर्जन के पद पर हुआ है और वे खुद माइक्रोबायोलॉजिस्ट हैं। ऐसे में उन्होंने इसके लिए खुद कदम उठाया है। उन्होंने इसलिए आरटीपीसीआर टेस्ट को जिले में शुरू करने की तैयारी पूरी कर ली है और लक्षय भी लिया है कि एक माह के अंदर इस लैब को शुरू कर सकें। इसके लिए उन्होंने उच्चाधिकारियों को जरूरी सामान और मशीन के लिए भी लिख दिया है।
पोलीक्लीनिक का निरीक्षण किया : डा. संतलाल वर्मा
जिला सिविल सर्जन डा. संतलाल वर्मा ने बताया कि आरटीपीसीआर सरकारी अस्पताल में ही हो सके इसके लिए तैयारी शुरू कर दी है। कुछ मशीनों की डिमांड की गई है। इसके लिए सेक्टर चार पोलीक्लीनिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण किया गया है। यहां पर्याप्त जगह उपलब्ध है। एक माह के अंदर लैब शुरू करने का प्रयास है।