कैथल बस यात्रियों को राहत, पांच साल और चल सकेंगी हरियाणा रोडवेज की कंडम बसें
कैथल के लोगों के लिए राहत भरी खबर है। कैथल में अब कंडम हो चुकी बसों की अवधि पांच साल के लिए और बढ़ा दी गई है। कैथल के कई रूटों पर बसों का आवागमन जारी रहेगा। यह फैसला परिवहन विभाग ने लिया है।
कैथल, जागरण संवाददाता। परिवहन विभाग द्वारा रोडवेज बसों की कंडम घोषित होने की वैद्यता 10 साल से बढ़ाकर 15 साल करने पर कैथल डिपो को राहत मिली है। 2021 के दिसंबर महीने तक 30 के करीब बसों को कंडम घोषित किया जाना था। अब वैद्यता बढ़ने के बाद इन बसों की मरम्मत अच्छे तरीके से करके रूटों पर चलाया जाएगा। बता दें कि डिपो में बसों की कमी है। लोकल रूटों पर बस चलाने में भारी परेशानी होती थी, इसके बाद बसों की कमी कुछ दूर होगी और यात्रियों को परिवहन सुविधा मिलती रहेगी।
यहां यहां घटाई जा रही थी बसें
हर महीने रोडवेज बसों को कंडम होने के बाद जींद, कुरुक्षेत्र, गुहला, पूंडरी, नरवाना, करनाल, कलायत सहित कई रूटों पर बसों की संख्या घटाई जा रही थी। अब बसें आनरूट रहने से यात्रियों को आने-जाने में परेशानी नहीं होगी। रोडवेज विभाग की आमदनी इजाफा होगा।
कैथल डिपो में है 109 बसें
कैथल डिपो में इस समय 109 बसें हैं, जिनमें रोडवेज की 86 बसें और 23 बसें किलोमीटर स्कीम की हैं। बता दें कि वर्ष 2018 तक रोडवेज की बसें आठ साल तक चलने के बाद कंडम घोषित हो जाती थी और उन्हें रूटों से हटा दिया जाता था। उसके बाद 2019 के करीब 10 साल की वैद्यता कर दी गई थी। अब इन बसों की वैद्यता को 10 साल से बढ़ाकर 15 साल कर दिया है।
पासिंग के बाद बसें रहेगी आनरूट- जीएम अजय गर्ग
महाप्रबंधकर अजय गर्ग ने बताय कि 10 साल की वैद्यता पूरी करने वाली बसों को पहले पासिंग करवाई जाएगी। जो बसें फिटनेस में अच्छी होगी। उन्हीं बसों को रूट पर चलाया जाएगा। बसों की कमी में राहत मिलेगी। 2022 में भी कई बसें कंडम हो रही थी। इन बसों के चलने के बाद यात्रियों के साथ डिपो को फायदा होगा।