राहत भरी खबर, करनाल के केसीजीएमसी को डायलिसिस सेंटर की सौगात
कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कालेज एवं अस्पताल में डायलिसिस सेंटर की सौगात। निजी अस्पताल में एक बार डायलिसिस करवाने के लिए तीन से चार हजार रुपये का आता है खर्च लेकिन कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कालेज में निशुल्क मिलेगी सुविधा
करनाल, जागरण संवाददाता। कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कालेज एवं अस्पताल में सीएम मनोहर लाल ने लगभग एक करोड़ रुपये की लागत से बने डायलिसिस सेंटर की सौगात दी है। इसका फायदा करनाल, कुरुक्षेत्र, कैथल, पानीपत व आसपास के क्षेत्र के मरीजों को मिलेगा। इस डायलिसिस सेंटर में 8 नई मशीनों की स्थापना की गई है। किडनी रोग से ग्रसित मरीजों को डायलिसिस की आवश्यकता रहती है।
किडनी खराब होने की सूरत में कईं बार एक ही मरीज को महीने में तीन से चार बार डायलिसिस करवाना पड़ता है और एक बार का डायलिसिस का खर्च निजी अस्पताल में तीन से चार हजार रुपये तक आता है। ऐसे में गरीब व मध्यमवर्गीय परिवारों के लिए इलाज का खर्च उठाना असंभव सा हो जाता है। इससे पहले डायलिसिस की आवश्यकता वाले मरीजों को इलाज खर्च के साथ-साथ दिल्ली व चंडीगढ़ जाकर परिवहन खर्च भी करना पड़ता था। अब यह सुविधा केसीजीएमसी में निशुल्क रहेगी। यह सुविधा मरीजों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है।
कोरोना काल में करना पड़ा था कठिनाईयों का सामना
कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कालेज में किडनी के मरीजों के लिए यहां पर इलाज की कोई व्यवस्था नहीं थी। कोरोना काल के दौरान ऐसे कई मरीज आए जिन्हें किडनी की भी दिक्कत थी और वे कोरोना पाजीटिव हो गए। ऐसे में उनको डायलिसिस के लिए या तो करनाल में निजी सेंटरों पर जाना पड़ा था या फिर उनको पीजीआई रोहतक भेजा गया। कई बार तो पीजीआई रोहतक ने बेड नहीं होने की बात कर मरीजों को लेने से ही इंकार कर दिया। ऐसे में मरीजों की समस्या को देखते हुए कालेज ने अमृतधारा अस्पताल से डायलिसिस के लिए अनुबंध किया गया। उसके बाद अब हालात सामान्य होने के बाद डायलिसिस सेंटर की शुरूआत की गई है।
किडनी के मरीजों को मिलेगी राहत : डा. दुरेजा
कोविड-19 के मरीजों के लिए पहले डायलिसिस के लिए अमृतधारा अस्पताल के साथ अनुबंध किया था। लेकिन अब कालेज में इस समय किडनी के मरीजों के लिए डायलिसिस की व्यवस्था शुरू हो चुकी है। सीएम मनोहर लाल ने इसकी सौगात दी है। सेंटर में आठ मशीनें लगाई गई हैं। करनाल सहित आसपास के कई जिलों के लिए यह सेंटर किसी वरदान से कम साबित नहीं होगा।
डा. जेसी दुरेजा, निदेशक, कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कालेज एवं अस्पताल।