विद्यार्थियों के लिए राहत भरी खबर, आइटीआइ दो वर्षीय डिप्लोमा करने वाले स्टूडेंट बिना परीक्षा प्रमोट
मिशन एडमिशन के तहत आइटीआइ में चल रही दाखिला प्रक्रिया से करनाल सभी राजकीय आइटीआइ में अभी तक सीटें नहीं भर पाई। खाली सीटों की स्थिति को देखते हुए हरियाणा कौशल विकास एवं औद्योगिक प्रशिक्षण विभाग ने दाखिले की तारीख बढ़ाते हुए पोर्टल 31 दिसंबर से 15 जनवरी किया है।
करनाल, जागरण संवाददाता। करनाल में स्वास्थ्य अलर्ट के चलते शिक्षण संस्थानों पर जहां नियमों को लागू किया गया है वहीं आइटीआइ दो वर्षीय डिप्लोमा करने वाले विद्यार्थियों को बिना परीक्षा प्रमोट कर दिया गया है। दो वर्षीय कोर्स करने वाले विद्यार्थी को अब दूसरे वर्ष की पढ़ाई शुरू करवाई जाएगी। शिक्षा पर पड़े कोरोना के असर के कारण विद्यार्थियों की सुरक्षा को देखते हुए कौशल विकास एवं औद्योगिक प्रशिक्षण विभाग ने यह फैसला लिया है। जिला की आठ आइटीआइ में पढ़ रहे दो हजार विद्यार्थी बिना परीक्षा पढ़ाई जारी रख सकेंगे। फिलहाल 12 जनवरी तक आइटीआइ में बच्चों की छुट्टियां चल रही हैं।
अभी तक आइटीआइ सीटों पर दाखिला
मिशन एडमिशन के तहत आइटीआइ में चल रही दाखिला प्रक्रिया को चार माह हो चुके हैं, लेकिन जिले की सभी राजकीय आइटीआइ में अभी तक सीटें नहीं भर पाई। खाली सीटों की स्थिति को देखते हुए हरियाणा कौशल विकास एवं औद्योगिक प्रशिक्षण विभाग ने दाखिले की तारीख बढ़ाते हुए पोर्टल 31 दिसंबर से 15 जनवरी किया है। दाखिले के लिए बार-बार मौका देने के बाद भी रिक्त सीटें भरने के लिए मशक्कत के हालात हैं। दूसरी तरफ कोरोना के कारण विद्यार्थियों का आवागमन नाममात्र है और संस्थान में भी बच्चों की छुट्टियों का असर दाखिले पर पड़ा है। 22 फीसद सीटें भरने के लिए संस्थान के प्रशिक्षकों को प्रयास करना पड़ रहा है।
विद्यार्थियों की पढ़ाई जारी रखने वाला फैसला : प्राचार्य
कुंजपुरा राेड स्थित बाबू मूलचंद जैन राजकीय प्रशिक्षण संस्थान के प्राचार्य धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि मुख्यालय से जारी आदेश के अनुसार कोरोना संक्रमण के चलते आइटीआइ वर्ष-2020 में द्विवर्षीय कोर्स में दाखिला लेने वाले विद्यार्थियाें को बिना परीक्षा प्रमोट किया गया है। हालांकि दो वर्षीय व एक वर्षीय डिप्लोमा कर रहे विद्यार्थियाें की परीक्षा होगी। प्रायाेगिक परीक्षाएं पहले हो चुकी थी और अब लिखित परीक्षा होनी थी। संक्रमण से बचाव के चलते 12 जनवरी तक शिक्षण संस्थान बंद कर दिए गए हैँ।