पढि़ए पानीपत जिले की दो समस्यात्मक खबरें
सीएचसी की बिल्डिंग का निर्माण करा स्वास्थ्य सुविधाएं बेहतर मुहैया कराने की मांग को लेकर ग्रामीण कई बार सांसद मंत्री विधायक और विभाग के अधिकारियों से मिल चुके हैं।
अठारह साल पहले लगा पत्थर, पर नहीं हो पाया सीएचसी की बिल्डिंग का निर्माण
संवाद सहयोगी, इसराना : शिलान्यास पत्थर लगाने के 18 साल के बाद भी इसराना में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नही बन पाया है। यहां केवल प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ही है। इसके अंतर्गत आठ गांव आते है। सीएचसी की बिल्डिंग का निर्माण करा स्वास्थ्य सुविधाएं बेहतर मुहैया कराने की मांग को लेकर ग्रामीण कई बार सांसद, मंत्री, विधायक और विभाग के अधिकारियों से मिल चुके हैं। लेकिन आश्वासन और पत्थर लगने से आगे कुछ नहीं हो पाया।
इसराना व उसके आसपास के आठ गांवों की आबादी 42 हजार से अधिक है। ग्रामीण विक्रम शर्मा, गंगन जिदल, संजू कश्यप, रामकुमार, राजेश व सतीश ने बताया कि गांवों में स्वास्थ्य सुविधाएं न के बराबर हैं। इसराना में जो पीएचसी है, वहां भी बुखार तक की दवाई ही मिल पाती है। आगे के इलाज के लिए लोगों को पानीपत ही जाना पड़ता है।
ग्रामीणों ने बताया कि वर्ष 2003 में इनेलो सरकार में सीएचसी बनाने की घोषणा हुई और आधारशिला भी रखी गई, लेकिन पत्थर लगने से आगे कुछ नहीं हो पाया।
दूसरी सरकारों ने नहीं दिया ध्यान
ग्रामीणों का कहना है कि इनेलो के बाद कांग्रेस की दस साल सरकार रही। हाल में भाजपा की सरकार भी दूसरी बार आ चुकी है। लेकिन किसी ने भी सीएचसी के निर्माण कार्य को सिर चढ़ाने में दिलचस्पी नहीं दिखाई। उन्होंने बताया कि पीएचसी में सिर्फ दो मेडिकल आफिसर, एक फार्मासिस्ट और दो स्टाफ नर्स है। बिजली दफ्तर की बत्ती गुल, बिल सेवा प्रभावित
जासं, समालखा : बिजली कार्यालय की सप्लाई में खराबी आने से करीब एक घंटे बिजली गुल रही। बिल भरने सहित कंप्यूटर से संबंधित कामकाज प्रभावित हुए। उपभोक्ताओं को गर्मी में इंतजार करना पड़ा। पावटी के उपभोक्ता अनिश, गोपाल शर्मा, राजू, समालखा के नरेश कुमार व संदीप ने बताया कि कई दिनों तक बिल ठीक कराने में परेशान रहे। अब बिल ठीक हुआ तो जमा करने में पसीने छूट रहे। बिजली दफ्तर में इस तरह की परेशानी हैरान करने वाली है। यहां वैकल्पिक सप्लाई की व्यवस्था नहीं है। उपभोक्ता इस बाबत एक्सईएन से भी मिले। उन्हें भी गलत बिल से हो रही परेशानी सहित जमा बिल के अगले में जुड़कर आने की परेशानी बताई। समाधान करने को कहा। जेई कुलदीप ने कहा कि पावर हाउस से सप्लाई में दिक्कत से बिजली गुल हुई थी। लाइन का कोई फाल्ट नहीं था।