राम जन्म भूमि पहुंची चुलकाना धाम की पवित्र मिट्टी
अयोध्या में राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण के लिए होने वाली पूजा अर्चना में शीश के दानी श्याम की स्थली चुलकाना धाम की पवित्र मिट्टी की महक भी आएगी। इस भूमि पूजन कार्यक्रम में चुलकाना धाम की मिट्टी को भी शामिल किया जाएगा। जहां शीश का बलिदान दिया था और बलिदान के वर्षो बाद ही ये शुभ दिन आया है।
जागरण संवाददाता, समालखा :
अयोध्या में राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण के लिए होने वाली पूजा-अर्चना में शीश के दानी श्याम की स्थली चुलकाना धाम की पवित्र मिट्टी की महक भी आएगी। इस भूमि पूजन कार्यक्रम में चुलकाना धाम की मिट्टी को भी शामिल किया जाएगा। जहां शीश का बलिदान दिया था और बलिदान के वर्षो बाद ही ये शुभ दिन आया है। चुलकाना धाम की मिट्टी लेकर श्याम बाबा मंदिर के पुजारी नरेश कुमार बुधवार सुबह ही अयोध्या के लिए रवाना हो गए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पांच अगस्त को अयोध्या में राम जन्मभूमि मंदिर का भूमि पूजन करेंगे।
पुजारी नरेश का कहना है कि वर्षो पुराना सपना पूरा हुआ है। हिदू समाज के संघर्ष की जीत हुई है। भव्य राम मंदिर निर्माण होने से न केवल हिदू आस्था को बल मिलेगा, बल्कि मानवता का उद्धार होगा। उन्होंने कहा कि भगवान श्रीराम किसी एक धर्म के न होकर पूरी मानवता के स्वामी हैं। उन्होंने अपने बड़ों की आज्ञा का पालन करने के लिए चौदह वर्ष तक वनवास काटा। जो किसी बलिदान से कम नहीं था। ऐसे ही शीश के दानी बर्बरीक ने वचन को पूरा करने के लिए अपने शीश तक का बलिदान दिया था। चुलकाना धाम की मिट्टी भी अयोध्या मंदिर निर्माण में लगे, इसी मकसद के साथ वो मिट्टी लेकर अयोध्या गए है।
ये हमारा सौभाग्य होगा
चुलकाना के सरपंच मदन शर्मा का कहना है कि यह श्याम की नगरी चुलकाना धाम के लिए सौभाग्य है कि राम मंदिर पूजन कार्यक्रम में चुलकाना धाम की मिट्टी को भी शामिल किया जाए। मिट्टी वहां तक पहुंचाने की पहल सभी ने मिलकर की। उन्होंने कहा कि सालों से राम मंदिर निर्माण के लिए लोगों ने बलिदान और लंबा संघर्ष किया। सरपंच ने कहा कि मंदिर निर्माण के पूजन कार्यक्रम को लेकर लोगों में एक खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। उन्होंने भूमि पूजन के दिन लोगों से भी अपने घरों में घी के दीये जलाने का आह्वान किया।