Kisan andolan: एक हफ्ते से सात धूनियों के बीच तप कर रहा जींद का रामभज, अब टिकैत आएंगे मानाने
जींद के उझाना में किसान रामभज सात दिन से तप कर रहा है। तीन कृषि कानूनों के विरोध में सात धूनियों के बीच तप कर रहा है। भाकियू राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रामफल कंडेला और प्रदेशाध्यक्ष रतन मान मिलने पहुंचे। लेकिन वह नहीं माना। अब राकेश टिकैत आएंगे।
जींद, जेएनएन। नए कृषि कानूनों के विरोध में उझाना गांव में तप कर रहे किसान रामभज से सोमवार को भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रामफल कंडेला और प्रदेशाध्यक्ष रतन मान मिलने पहुंचे। उन्होंने रामभज को तप छोड़ने के लिए कहा। लेकिन वह नहीं माना। अब तीन जून को भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत और महासचिव युद्धवीर सिंह किसान को मनाने के लिए उझाना गांव में आएंगे।
किसान रामभज एक सप्ताह से सात जलती धूनियों के बीच बैठ कर प्रतिदिन करीब तीन घंटे तप कर रहा है। रामभज ने भाकियू नेताओं को बताया कि केंद्र सरकार लगातार छह महीने से आंदोलित किसानों कीे मांगो को न मानकर किसान समुदाय का उत्पीड़न कर रही है। इसलिए उसने भीषण गर्मी के दौरान आग से जलती सात धूनियों के बीच दोपहरी में तप करने का निर्णय लिया है। ताकि भगवान प्रधानमंत्री को सद्बुद्धि दे।
किसान हर कुर्बानी देने को तैयारः रतन मान
प्रदेशाध्यक्ष रतन मान ने कहा कि रामभज द्वारा उठाए गए इस कड़े कदम ने यह जता दिया है, किसान अब हर तरह की कुर्बानी करने के लिए तैयार है। रतन मान ने बताया कि उन्होंने रामभज को इस कदम को छोड़ने के लिए मनाने के प्रयास किए। लेकिन रामभज तप जारी रखने पर अड़ा रहा। उझाना गांव के किए गए दौरे की राष्ट्रीय महासचिव युद्धबीर सिंह को जानकरी दी है।
तीन जून को आएंगे टिकैत और युद्धवीर सिंह
राकेश टिकैत और युद्धवीर सिंह तीन जून को आकर रामभज को मनाने का प्रयास करेंगे। ताकि इस कठोर कदम छोड़ कर आंदोलन की अहम भूमिका में रामभज को जोड़ा जाए। इस अवसर पर प्रदेश महासचिव जियालाल ढुंढ़वा, प्रदेश संगठन सचिव शाम सिंह मान, प्रवक्ता छज्जूराम कंडेला, कैथल जिलाध्यक्ष महेंद्र सिंह सहारण, विकास सिसर, गुरनाम सहारण, सुरेंद्र प्रधान उचाना, मास्टर बलबीर बद्दोवाल मौजूद थे।