रेलवे के विद्युतीकरण को बीते दो साल, कुरुक्षेत्र-नरवाना रेल सेक्शन पर नहीं हुआ ईएमयू ट्रेन का संचालन
कैथल में रेलवे का विद्युतीकरण होने के बाद कुरुक्षेत्र-नरवाना रूट पर रेलवे लाइन की मरम्मत का कार्य भी पूरा किया गया है। जिसके बाद इस रूट पर 110 किलोमीटर प्रति घंटा गति का परीक्षण किया जा चुका है। बावजूद इसके भी ईएमयू ट्रेन का संचालन संभव नहीं हो पाया है।
कैथल, जागरण संवाददाता। कैथल में कुरुक्षेत्र-नरवाना रेल सेक्शन पर विद्युतीकरण को दो साल बीत चुके हैं, लेकिन यहां पर अभी तक इलेक्ट्रिक मल्टीपल यूनिट (ईएमयू) ट्रेन का संचालन नहीं हुआ है। इस रूट पर रेल यात्रियों को ईएमयू ट्रेन का संचालन होने का बेसब्री से इंतजार है। बता दें कि इस रूट पर ईएमयू ट्रेन का संचालन होने के बाद कैथल से नरवाना, जींद और कुरुक्षेत्र जाने के समय में बचत होगी। इस ट्रेन के संचालन के बाद इंजन के अदला-बदली का झंझट भी खत्म होता है। जिससे भी काफी समय की बचत होती है
कुरुक्षेत्र-नरवाना रूट पर हो चुका है 110 किलोमीटर प्रति घंटा गति का परीक्षण
विद्युतीकरण होने के बाद कुरुक्षेत्र-नरवाना रूट पर रेलवे लाइन की मरम्मत का कार्य भी पूरा किया गया है। जिसके बाद इस रूट पर 110 किलोमीटर प्रति घंटा गति का परीक्षण किया जा चुका है। इससे पहले इस रूट पर महज 80 से 80 किलोमीटर प्रति घंटा तक की गति तक ही ट्रेन चलाई जा सकती थी। 100 से अधिक गति का परीक्षण होने के े बाद यहां पर ईएमयू का संचालन आसानी से हो सकता है। बता दें कि कुरुक्षेत्र-नरवाना रेल सेक्शन दिल्ली मंडल में आता है। दिल्ली मंडल में एकमात्र ईएमयू शेड केवल गाजियाबाद में है। इस कारण भी इस रूट पर ईएमयू का संचालन हो सकता है। ईएमयू शेड की कमी के कारण भी ईएमयू ट्रेन संचालन बहुत कम हो रहा है।
ईएमयू ट्रेन के संचालन से समय में होगी बचत, कुरुक्षेत्र व जींद तक दूरी तय करने में भी कम लगेगा समय
आला अधिकारियों के निर्देशों के तहत ही ट्रेनों का संचालन किया जाता है। कुरुक्षेत्र-नरवाना रूट पर दिसंबर में एक पैसेंजर ट्रेन का संचालन शुरू हो चुका है। अभी तक ईएमयू ट्रेन का संचालन शुरू करने को लेकर अभी तक कोई दिशा-निर्देश जारी नहीं हुए है। अभी तक इसको लेकर कोई आदेश जारी नहीं हुए है। इस पर आला अधिकारी ही निर्णय लेंगे।
---चिराग वालिया, स्टेशन अधीक्षक, कैथल।