विश्वविद्यालयों की स्वायत्तता को लेकर कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी में प्रदर्शन, जानिए क्यों विरोध
कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी में गैर शिक्षक कर्मचारी संघ ने कुलपति कार्यालय के सामने दो घंटे तक विरोध प्रदर्शन किया। विश्वविद्यालयों की स्वायत्तता को लेकर कर्मचारी संघ ने विरोध जताया। उनका कहना है कि मांग पूरी नहींं होने तक प्रदर्शन जारी रहेगा।
कुरुक्षेत्र, जागरण संवाददाता। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय गैर शिक्षक कर्मचारी संघ ने वीरवार को सुबह दो घंटे कुलपति कार्यालय के सामने प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने साफ किया कि वह किसी भी हालत में प्रदेश भर के विश्वविद्यालयों की स्वायत्तता पर हमले को सहन नहीं करेंगे । प्रदेश सरकार की ओर से पिछले दिनों जारी पत्र को वापस लेना होगा। प्रदर्शनकारियों ने कहा जब तक उनकी मांग को पूरा नहीं किया जाएगा कर्मचारियों का प्रदर्शन जारी रहेगा।
कुवि में प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों को संबोधित करने पहुंचे सर्व कर्मचारी संघ के प्रदेश महासचिव सतीश सेठी ने कहा कि प्रदेश सरकार की ओर से पिछले दिनों एक पत्र जारी किया गया है। इस पत्र में विश्व विद्यालयों में शिक्षक व गैर शिक्षक कर्मचारियों की भर्तियों को हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के माध्यम से करने की सिफारिश की गई है। यह पत्र सीधे-सीधे विश्वविद्यालयों की स्वायत्तता पर हमला है। सरकार के इस फैसले को कर्मचारी संगठन किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं करेंगे। इसके लिए ऑल हरियाणा यूनिवर्सिटी फेडरेशन ने संघर्ष का फैसला लिया है।
इसी फैसले के तहत 18 नवंबर से 23 नवंबर तक सभी कुलपति कार्यालय के सामने दो घंटे का रोष प्रदर्शन किया जाएगा। इसके बाद भी कर्मचारियों की मांग पूरी ना होने पर आंदोलन को और तेज करने के लिए रणनीति बनाई जाएगी। कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कुटिया प्रधान नील कंठ शर्मा ने कहा कि उच्च पदों पर बैठे कुछ अधिकारी बार-बार सरकार को गुमराह कर कर्मचारियों के हितों से छेड़छाड़ कर रहे हैं। इससे कर्मचारियों में रोष है।
रोष प्रदर्शन का संचालन करते हुए कुटिया महासचिव रविन्द्र तोमर ने कहा कि कर्मचारी हितों को लेकर प्रदेशभर के विश्वविद्यालयों के कर्मचारी संगठन एकजुट हो गए हैं। कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री और राज्यपाल के नाम ज्ञापन भेजा है। सरकार को चाहिए कि जल्द कर्मचारियों की मांग को पूरा करते हुए इस फैसले को वापस लिया जाए। इस मौके पर एसकेएस के पूर्व प्रधान संत कुमार , पूर्व महासचिव भारत भूषण , कर्मचारी नेता रजवंत कौर, रुपेश खन्ना , डाअनिल भुक्कल मौजूद रहे।