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रिकार्ड प्रापर्टी टैक्स रिकवर, वित्त वर्ष के अंतिम टैक्स भरने उमडे़ लोग

पानीपत में वित्त वर्ष के अंतिम दिन 31 मार्च को प्रॉपर्टी टैक्स भरने वालों की भीड़ नगर निगम में उमड़ पड़ी। सुबह से शाम तक लोगों का तांता रहा।

By JagranEdited By: Published: Thu, 01 Apr 2021 07:37 AM (IST)Updated: Thu, 01 Apr 2021 07:37 AM (IST)
रिकार्ड प्रापर्टी टैक्स रिकवर, वित्त वर्ष के अंतिम टैक्स भरने उमडे़ लोग
रिकार्ड प्रापर्टी टैक्स रिकवर, वित्त वर्ष के अंतिम टैक्स भरने उमडे़ लोग

जागरण संवाददाता, पानीपत : वित्त वर्ष के अंतिम दिन 31 मार्च को प्रॉपर्टी टैक्स भरने वालों की भीड़ नगर निगम में उमड़ पड़ी। सुबह से शाम तक लोगों का तांता रहा। रात साढ़े आठ बजे तक प्रॉपर्टी टैक्स भरा गया। 31 मार्च तक 25 प्रतिशत छूट के साथ टैक्स भरने की स्कीम थी। लोगों को उम्मीद थी कि 31 मार्च के बाद टैक्स जमा करवाने के लिए छूट की समय सीमा फिर से बढ़ेगी, लेकिन समय सीमा नहीं बढ़ी।

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छूट के आखिरी दिन 46.98 लाख भरे

छूट के साथ प्रॉपर्टी टैक्स भरने की अंतिम दिन 31 मार्च को 46.98 लाख रुपये टैक्स जमा हुआ। मार्च माह के दौरान 3 करोड़़ 91 लाख रुपये टैक्स निगम को मिला। 23 करोड़ 87 लाख 63 हजार रुपये एक साल में टैक्स की रिकवरी हुई। टैक्स रिकवरी में पानीपत पूरे प्रदेश में अव्वल स्थान पर है।

नेटवर्क की समस्या, दो घंटे साइट बंद

नेटवर्क की समस्या के चलते दो घंटे तक साइट बंद रही। सुबह से ही बिल भरने वालों का तांता लगा रहा है। एक बाजे के बाद साइट की गति धीमी रही। साइट काफी देर तक न चलने के कारण बहुत लोगों को बिना बिल भरे ही लौटना पड़ा। हालांकि जितने लोग टैक्स भरने के लिए लाइनों में थे। उनके बिल लेने के लिए पांच बजे कार्यकारी अधिकारी व कर निरीक्षक चंचल भान ने सभी का टैक्स लेने के लिए निर्देश दिए। रात साढ़े आठ बजे तक टैक्स भरा गया।

प्रॉपर्टी टैक्स के 45 लाख के टारगेट में 52 लाख की वसूली जागरण संवाददाता, समालखा : नगरपालिका ने चालू वित्त वर्ष में हाऊस टैक्स के अपने टारगेट से करीब 7 लाख रुपये अधिक की वसूली की है। यह सालों बाद संभव हुआ है। बुधवार को अंतिम दिन 2.50 लाख की रिकवरी हुई है। मंगलवार को भी 1.25 लाख की वसूली हुई थी। गत जनवरी से मार्च तक 19 लाख रुपये की रिकार्ड रिकवरी हुई है।

उल्लेखनीय है कि नपा ने वित्त वर्ष 2020-21 में हाऊस टैक्स से 45 लाख रुपये रिकवरी का टारगेट बजट में रखा था। पिछले साल मार्च में लॉकडाउन लगने से मई तक रिकवरी की रफ्तार बेहद धीमी रही। शुरू के दो-तीन महीनों में केवल 65 हजार की रिकवरी संभव हो सकी। जुलाई में सरकार द्वारा ब्याज माफी दोबारा शुरू करने से रिकवरी में तेजी आई और 9 माह में टारगेट पूरा कर लिया गया। मार्च माह के अंतिम सप्ताह में 45 लाख के टारगेट पर हो गया। गत जनवरी में चार, फरवरी में पांच तो मार्च में करीब 10 लाख रुपये की रिकार्ड रिकवरी हुई।

8 सालों से नहीं बढ़ी करदाताओं की संख्या

पालिका में 2011 के सर्वे के अनुसार प्रॉपर्टी टैक्स दाताओं की संख्या 13 हजार के करीब है। 2012 के बाद नपा ने नया बिल प्रिट नहीं करवाया है, जिससे पुराने सर्वे से टैक्स की वसूली की जा रही है। 8 सालों से करदाताओं की संख्या भी नहीं बढ़ी है, जबकि आबादी में भारी इजाफा हुआ है।

ब्याज माफी का मिला फायदा

चालू वित्त वर्ष के हाऊस टैक्स पर 10 प्रतिशत की छूट, 2017 से मार्च, 2020 के टैक्स पर ब्याज माफी और 2017 से पहले के ब्याज पर 25 प्रतिशत की छूट से पालिका को भारी लाभ मिला है। लोगों ने टैक्स भरने में रुचि ली है। लॉकडाउन के बावजूद विगत दो सालों में करीब एक करोड़ की वसूली संभव हो सकी है। फिर भी पूर्व के एक करोड़ से अधिक टैक्स रकम बकाए हैं। सरकारी विभागों पर आम लोगों से अधिक टैक्स बकाए हैं।


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