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3.48 करोड़ के टैक्स घोटाले में घिरेंगे प्रॉपर्टी ब्रांच के अफसर व कर्मचारी

जागरण संवाददाता पानीपत प्रॉपर्टी टैक्स जमा कराने में 3.48 करोड़ का महा घोटाला सामने आ

By JagranEdited By: Published: Wed, 12 Aug 2020 08:28 PM (IST)Updated: Wed, 12 Aug 2020 08:28 PM (IST)
3.48 करोड़ के टैक्स घोटाले में घिरेंगे प्रॉपर्टी ब्रांच के अफसर व कर्मचारी
3.48 करोड़ के टैक्स घोटाले में घिरेंगे प्रॉपर्टी ब्रांच के अफसर व कर्मचारी

जागरण संवाददाता, पानीपत : प्रॉपर्टी टैक्स जमा कराने में 3.48 करोड़ का महा घोटाला सामने आया है। प्रॉपर्टी ब्रांच से जुड़े अफसर व कर्मचारियों के संरक्षण में इस घोटाले को वर्ष 2019 में अंजाम दिया गया। आयुक्त सुशील कुमार के निर्देश पर तत्कालीन ज्वाइंट कमिश्नर गौरव कुमार ने इस घोटाले की जांच कर रिपोर्ट उन्हें सौंप दी है। टैक्स जमा कराने का रिकॉर्ड मेंटेन नहीं होने से अब कार्रवाई पर सवाल उठने लगा है। निगम से सेवानिवृत्त अफसरों की मानें तो सरकारी राजस्व का गबन करने के मामले में जिम्मेदार अधिकारी व कर्मचारी पर एफआइआर दर्ज करवा कर उससे टैक्स चोरी की राशि रिकवरी की जानी चाहिए। डीसी रेट के कर्मचारियों की इसमें अहम भूमिका बताई जा रही है।

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नगर निगम के पालिका बाजार प्रथम मंजिल स्थित कार्यालय में मकान मालिक प्रॉपर्टी टैक्स जमा कराते हैं। निगम के रिकॉर्ड के मुताबिक पानीपत में 1.82 लाख प्रॉपर्टी है जिससे निगम सलाना टैक्स वसूलती है। एक अप्रैल 2019 से लेकर 11 फरवरी 2020 तक जमा कराए गए टैक्स में घोटाला किया गया है। घोटाले की भनक लगते ही आयुक्त सुशील कुमार ने तीन सदस्यीय कमेटी गठित कर दी थी। कमेटी में टैक्स सुपरिटेंडेंट सहित कार्यकारी अधिकारी को शामिल किया गया। ज्वाइंट कमिश्नर ने सैंपल के तौर पर टैक्स जमा कराने वाले 535 प्रॉपर्टी लिए। बीस मालिकों को नोटिस देकर कार्यालय बुलाया। उनकी जमा राशि और बकाए में अंतर आने पर घोटाले के संकेत मिले।

कमेटी में तालमेल की कमी

देवीलाल परिसर स्थित निगम कार्यालय के सूत्रों की मानें तो तीन सदस्यीय कमेटी में जांच कार्य के दौरान आपसी तालमेल का आभाव दिखा। संयुक्त आयुक्त ने इसकी जांच पूरी कर निगम आयुक्त को सौंप दी है। माना जा रहा है कि कमेटी में शामिल दो सदस्य इसलिए गंभीरता नहीं दिखाए कि उन्हें आशंका थी कि आज न कल घोटाले की गाज तो उन्हीं पर गिरेगी। कोविड 19 के चलते जांच कार्य में कुछ विलंब भी हो गया।

जांच के दौरान इन्हें दिया नोटिस

-खादी आश्रम : 5085911 -महावीर शर्मा : 716174 -एआरके सेक्टर 25 पार्ट एक : 493484 -मदन सेक्टर 25 : 446281 -राधेश्याम एनएचबीसी : 374179 -मंजू गीता कालोनी : 359257 -कश्मीरी लाल बरसत रोड : 319380 -कृष्णलाल : 313567 -समता मोटर्स प्राइवेट लिमिटेड : 2683690 -श्याम सुंदर : 235491 -आर्य ग‌र्ल्स स्कूल : 1301250 -अशोक : 285124 (राशि लाख में दी गई है) टैक्स घोटाला के ये कारण

-डिमांड व कलेक्शन रजिस्टर नहीं बना रखा है।

-कार्रवाई की जद में आने से बचने के लिए रजिस्टर नहीं बनाना चाहते हैं।

-घोटाला करने वालों को पता है कि रिकार्ड न होने से वे पाक साफ निकल जाएंगे।

-निगम में कई वर्षाें से घोटाला चल रहा है।

रोकना इसलिए है जरूरी

शहरी निदेशालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक सबसे बड़ी बात है कि पारदर्शी शासन व्यवस्था में घोटाले पर अंकुश लगाना जरूरी है। सरकारी पैसे से छोटा से लेकर बड़ा कर्मचारी व अधिकारी सब मालामाल हो रहे हैं। उन पर लगाम लगाने वाला कोई नहीं है।

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ज्वाइंट कमिश्नर ने प्रॉपर्टी टैक्स में हेराफेरी करने की जांच रिपोर्ट सौंपी है। पालिका बाजार टैक्स कार्यालय में जो दोषी पाए जाएंगे उन पर विभाग कड़ी कार्रवाई करेगा। रिपोर्ट अभी देख रहे हैं।

निगम आयुक्त, पानीपत।


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