डॉक्टरों ने काली पट्टी बांधकर किया काम
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए) के सदस्यों ने लघु सचिवालय पहुंचकर प्रधानमंत्री और गृहमंत्री के नाम डीसी सुमेधा कटारिया को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में देश भर के डॉक्टरों की सुरक्षा की मांग की गई है।
जागरण संवाददाता, पानीपत: पश्चिम बंगाल में चिकित्सकों के साथ हिसा का विरोध करते हुए पानीपत के सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों के डॉक्टरों ने शुक्रवार को बाजू पर काली पट्टी बांधकर मरीजों का इलाज किया। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए) के सदस्यों ने लघु सचिवालय पहुंचकर प्रधानमंत्री और गृहमंत्री के नाम डीसी सुमेधा कटारिया को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में देश भर के डॉक्टरों की सुरक्षा की मांग की गई है।
आइएमए, राष्ट्रीय शाखा की ओर से घोषित ऑल इंडिया प्रोटेस्ट डे पर पानीपत ब्रांच की प्रधान डॉ. अंजलि बंसल के नेतृत्व में 30 से अधिक डॉक्टर लघु सचिवालय पहुंचे। बैनर पोस्टर के जरिए हिसा का विरोध किया। चिकित्सकों ने डीसी को चेतावनी भरे लहजे में कहा कि पश्चिम बंगाल में हालात नहीं सुधरे तो देश के अन्य शहरों की तरह पानीपत के डॉक्टर भी हड़ताल पर जाने को विवश होंगे। हालांकि, डीसी ने चिकित्सकों को मरीजों के हित का ख्याल रखने की सीख दी।
ज्ञापन सौंपने वालों में डॉ. पंकज मुटनेजा, डॉ. गौरव श्रीवास्तव, डॉ. गिरीश अरोड़ा, डॉ. पवन सिघल, डॉ. आदित्य, डॉ. देवलिना, डॉ. हवा सिंह, डॉ. जितेंद्र आदि शामिल रहे। सिविल अस्पताल के चिकित्सकों ने भी किया विरोध
सिविल अस्पताल में भी ओपीडी में बैठने से पहले सभी डॉक्टर एमएस डॉॅ. आलोक जैन के नेतृत्व में ओपीडी ब्लॉक में एकत्र हुए। हमले की निदा करते हुए काले रिबन बांधकर ड्यूटी करने का निर्णय लिया गया। इस मौके पर डिप्टी एमएस डॉ. अमित मलिक, डॉ. प्रदीप, डॉ. एसके गुप्ता, डॉ. सुरेंद्र, डॉ. राघवेंद्र, डॉ. पवन, डॉ. श्यामलाल, डॉ. सुखदीप और डॉ. संजी गुप्ता आदि शामिल रहे।
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