पानीपत में छठ की तैयारी, सुविधा मांगने विधायक ढांडा के पास पहुंचे
पानीपत के असंध रोड और गोहाना रोड पर विशेष घाट बनाए जाते हैं। संगठनों के सदस्य विधायक डीसी और नगर निगम के कमिश्नर के पास पहुंचे। छठ घाटों पर सफाई व्यवस्था की तैयारी। 18 नवंबर से शुरू हो जाएगा पर्व 20 को अर्घ्य दिया जाएगा।
पानीपत, जेएनएन : छठ पर्व की तैयारी शुरू हो गई है। नहर के पास घाट बनवाने, सफाई कराने, लाइटिंग के लिए श्रीराम राज्य ट्रस्ट, पूर्वांचल संघ से लेकर अलग-अलग संगठनों ने मंगलवार से तैयारी शुरू कर दी। ट्रस्ट के सदस्य सबसे पहले विधायक महीपाल ढांडा के पास पहुंचे। ढांडा से उन्होंने मांग की कि असंध रोड नहर पर घाट बनवाने में मदद करें। ढांडा ने पत्र को डीसी के नाम मार्क करके सदस्यों को डीसी कार्यालय भेज दिया।
ट्रस्ट के लोग डीसी कार्यालय में डीसी धर्मेंद्र सिंह से मिलने पहुंचे। ट्रस्ट के प्रधान रमेश ने बताया कि उन्हें अनुमति मिल गई है। डीसी ने नगर निगम के अधिकारी को फोन करके कहा है कि नहर के पास सुविधा दें। जेसीबी भेजकर सफाई कराई जाएगी। उम्मीद है कि आज शाम तक नहर के पास छठ पर्व मनाने के लिए व्यवस्था हो जाएगी।
कोरोना से बचें, मास्क लगाएं
रमेश चौधरी ने कहा कि इस बार कोविड संक्रमण का खतरा है। छठ रखने वाले व्रती मास्क जरूर लगाकर आएं। शारीरिक दूरी का ध्यान रखें। व्रत रखने के साथ संक्रमण से भी बचना जरूरी है।
जानिये व्रत के बारे में
- नहाय खाय : स्नान करने के बाद महिलाएं नए वस्त्र पहनती हैं। शाकाहारी भोजन होता है।
- दूसरा दिन (खरना): पूरे दिन महिलाएं व्रत रखती हैं। शाम को भोजन होता है। खीर बनाकर खाते हैं।
- तीसरे दिन: चावल के लड्डू बनते हैं। प्रसाद व फल को बांस की टोकरी में रखते हैं। सूर्य को अर्घ दिया जाता है। पूजा के लिए तालाब, नदी या घाट पर जाते हैं। डूबते सूरज की पूजा होती है।
- चौथे दिन: सूर्योदय के समय फिर से अर्ध्य दिया जाता है। प्रसाद बांटा जाता है। शकरकंद, गन्ने व लौकी की खरीद होती है।