Move to Jagran APP

पोस्ट कोविड मरीज रहें सावधान, सांस में दिक्कत व शरीर में दर्द को न करें नजरअंदाज

कोरोना संक्रमण की जद में आकर ठीक हो चुके पोस्‍ट कोविड मरीजों को सावधान रहने की जरूरत है। जरा सी लापरवाही भारी पड़ सकती है। सांस में दिक्‍कत और शरीर में दर्द की शिकायत को नजरअंदाज न करें। जानिए क्‍या कहते है चिकित्‍सक।

By Anurag ShuklaEdited By: Published: Sat, 12 Jun 2021 03:58 PM (IST)Updated: Sat, 12 Jun 2021 03:58 PM (IST)
पोस्ट कोविड मरीज रहें सावधान, सांस में दिक्कत व शरीर में दर्द को न करें नजरअंदाज
पोस्‍ट कोविड मरीजों में स्‍वास्‍थ्‍य संबंधी समस्‍याएं।

यमुनानगर, जेएनएन। कोरोना संक्रमण का खतरा फिलहाल कम हो गया है। संक्रमण से ठीक होने वाले पोस्ट कोविड मरीज अन्‍य बीमारियों के शिकार हो रहे हैं। ऐसे मरीजों के लिए सिविल अस्पताल में उमंग कोविड केयर सेंटर शुरू किया गया है। अभी तक यहां पर 16 मरीज पोस्ट कोविड के आए हैं।

loksabha election banner

यह मरीज कोरोना से ठीक हो चुके हैं, लेकिन इन्हें अब भी सांस लेने में दिक्कत और शरीर दर्द की समस्या है। इनकी कोविड केयर सेंटर में काउंसलिंग की जा रही है। दो कैंसर के भी रोगी हैं। जो होम आइसोलेशन में रहकर कोरोना से ठीक हुए, लेकिन अब वह पोस्ट कोविड बीमारी के शिकार हो रहे हैं।

पोस्ट कोविड बीमारियों के शिकार जितने भी मरीज उमंग कोविड केयर सेंटर में आए हैं। यह मरीज वहीं हैं, जो कोरोना संक्रमित होने पर होम आइसोलेशन में रहे। इन मरीजों को शरीर में दर्द, सांस लेने में दिक्कत, डिप्रेशन व घबराहट जैसी बीमारियां हो रही है। इसके साथ ही ब्लैक फंगस की वजह से मरीज तनाव में आ रहे हैं। यह भी पोस्ट कोविड बीमारी में ही शामिल है।

इन बीमारियों की हो रही जांच

उमंग कोविड सेंटर में आने वाले मरीज कोरोना से ठीक हो चुके हैं, लेकिन अभी भी उनके अंदर लक्षण दिखाई दे रहे हैं। इसलिए ही सेंटर पर खांसी, थकान, सुंधने की दिक्कत, खाने में स्वाद न आना, पेशाब में दिक्कत, घबराहट, बैचेनी, डिप्रेशन, बुखार जैसे लक्षणों की जांच की जा रही है। चिकित्सकों के मुताबिक, कुछ मरीज कोरोना से ठीक हो चुके हैं, लेकिन अभी शरीर में कमजोरी है। जिस वजह से उनके अंदर से बीमारी के लक्षण नहीं गए हैं। ऐसे में लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए। इसके लिए डाक्टर की सलाह जरूर लें।

ब्लैक फंगस का भी खतरा

इसके साथ ही ब्लैक फंगस का भी खतरा बना हुआ है। यह बीमारी भी पोस्ट कोविड में आती है। जो मरीज कोरोना से ठीक हो चुके हैं। इलाज के दौरान उन्हें हैवी डोज दवाईयों की देनी पड़ी या स्टेरॉयड देने पड़े। वह कोरोना से ठीक हो गए, लेकिन अब दूसरी बीमारी उन्हें घेर रही है। जिले में ब्लैक फंगस के 15 केस मिले हैं। दो की मौत भी हुई है।

सिविल सर्जन डा. विजय दहिया का कहना है कि पोस्ट कोविड मरीजों की समस्याओं का समाधान करने के लिए उमंग केयर सेंटर शुरू किया गया है। कुछ लोग कोरोना से ठीक हो चुके हैं, लेकिन अभी भी उनमें बीमारी के लक्षण हैं। ऐसे मरीजों की समस्याओं का समाधान केयर सेंटर में किया जा रहा है। यदि किसी भी मरीज में संदिग्ध लक्षण दिखाई दें, तो वह सेंटर में आकर जांच कराए।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.