हिसार की पूजा ¨हद और मनदीप बने भारत केसरी
दशहरा पर्व पर आयोजित कुश्ती दंगल में अलग अलग किलो भार वर्ग की महिला और पुरुषों की कुश्ती खेली गई। इस दंगल में 700 सौ से अधिक राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना चुके पहलवानों ने कुश्ती के करतब दिखाये।
संवाद सहयोगी, इसराना : दशहरा पर्व पर आयोजित कुश्ती दंगल में अलग अलग किलो भार वर्ग की महिला और पुरुषों की कुश्ती खेली गई। इस दंगल में 700 सौ से अधिक राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना चुके पहलवानों ने कुश्ती के करतब दिखाये।
महिला कुश्ती में भारत केसरी का खिताब पूजा सिसाय ने कविता हरियाणा पुलिस मधुबन को हराकर 61 हजार का प्रथम ईनाम जीता। 60 किलो भार वर्ग में आशु ने राधिका इसराना को हराया। 40 किलो भार वर्ग में पुरूष के मुकाबले में मनदीप बहादुरगढ़ ने रिंकू पुरखास छतरसाल स्टेडियम दिल्ली को हराया। 80 किलो भार वर्ग में राहुल ने मोनू कुराना को हराया। पंकज ने रोहित को 70 किलो भार वर्ग में हराकर इनाम पर कब्जा किया। आयोजन कमेटी ने सभी विजेता कुश्ती पहलवानों को इनाम की राशी बांटी। इसराना गांव की बेटी राधिका का कुश्ती दंगल कमेटी ने स्वागत किया ।
इस मौके पर मुख्य अतिथि अहर के पूर्व सरपंच बलवान शर्मा ने कहा कि ग्रामीण आंचल में खेल प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है। खेलों के माध्यम से नई नई प्रतिभाओं को आगे आने के लिए समय समय पर खेल आयोजन कमेटी इस तरह के आयोजन करती है। इस प्राचीन खेल को आगे बढ़ाते हुए इसराना के कुश्ती दंगल आयोजन कमेटी जिस तरह पीछे 42 सालों से कार्य कर रही है यह सराहनीय है।
इस अवसर पर दंगल कमेटी प्रधान रणजीत ¨सह जागलान, बलवान शर्मा, सुरेश आर्य, इसराना थाना प्रभारी रेखा, मुकेश पहलवान, ओम पहलवान, धर्मपाल जागलान, जगपाल तोमर, बिटू बांध, हेमराज जागलान, नरेन्द्र, एनआरआई सोहन लाल, रणधीर ¨सह, पूर्व वाईस चांसलर, सुखबीर ¨सह सांगवान, राजकुमार, संदीप, तिलक राज नौल्था, जगदीप ¨सह, राजेन्द्र ¨सह, नरेन्द्र मलिक कोच बुआना लाखू, अनुज जागलान कौच इसराना आदि मौजूद रहे।
प्रथम पुरस्कार 81 हजार रुपये
पहला इनाम 81 हजार रूपये, दूसरा 71 हजार रूपये, तीसरा 61 हजार रूपये, चौथा इनाम 51 हजार रूपये और पांचवा 21 हजार रूपये छठा इनाम 11 हजार रूपये उन विजेता पहलवानों को दिए गए, जो अपने अपने भार वर्ग में प्रथम स्थान पर रहे। महिला वर्ग में भी पहला इनाम 61 हजार रूपये दूसरा 51 हजार रूपये तीसरा, 31 हजार रूपये चौथा, 21 हजार रूपये पांचवा इनाम दिया गया। यह कुश्ती दंगल डे-नाइट खेला गया।