Pollution बरकरार, सुबह से ही स्मॉग छाया रहा, अब उद्योग भी चलेंगे Panipat News
प्रदूषण बोर्ड के राहत भरे आदेश के बाद अब उद्योग चलेंगे। हालांकि प्रदूषण से राहत नहीं मिली है। शाम को एक बार फिर से हालात बिगड़ गए।
पानीपत, जेएनएन। प्रदूषण स्तर में सुधार नहीं हो पाया। सुबह से ही स्मॉग छाया रहा। सुबह प्रदूषण का स्तर 417 रहा। दिन में मौसम साफ होने के साथ एयर क्वालिटी इंडेक्स 389 रहा। जो शाम चार बजे भी 384 दर्ज किया। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार रात साढ़े नौ बजे पानीपत का एयर क्वालिटी इंडेक्स 381 रहा। जो बहुत खराब स्थिति में गिना जाता है। 15 नवंबर रात 12 बजे तक उद्योगों के बंद करने के आदेश हैं। शनिवार को 20 दिनों बाद उद्योग चलेंगे। हालांकि देर रात तक ईपीसीए के आदेशों का इंतजार होता रहा। प्रशासन ने भी प्रदूषण को लेकर कोई नए आदेश जारी नहीं किए।
20 दिनों में 700 करोड़ का नुकसान
20 दिन तक उद्योग बंद रहने से अकेले निर्यात उद्योगों का 700 करोड़ का नुकसान उठाना पड़ा। 35 करोड़ का रोजाना निर्यात उद्योगों को नुकसान उठाना पड़ा। इन दिनों कंबल का सीजन पीक पर है। 45 दिन के कंबल के सीजन में से 20 दिन उद्योग बंद रहे। सबसे अधिक नुकसान कंबल उद्योग को उठाना पड़ा। ङ्क्षमक पोल एसोसिएशन के प्रधान नरेश गुप्ता ने कहा कि उद्योग बंद होने से उत्पादन तो ठप ही रहा साथ बिजली, सेलरी, सहित अन्य खर्च उद्योगों को सहन करना पड़ा।
15 नंवबर की रात तक थे उद्योगों को बंद करने आदेश हैं। नए आदेश जारी नहीं हुए हैं। उद्योग शनिवार से चलेंगे। हमने प्रशासन के अधिकारियों से लेकर मुख्यमंत्री तक को अवगत करवा दिया है कि प्रदूषण स्तर पानीपत के उद्योगों के कारण नहीं बढ़ा है। मामले को लेकर अगले सप्ताह ईपीसीए के चेयरमैन डॉ. भूरे लाल से भी मिलेंगे।
भीम राणा, प्रधान, पानीपत डायर्स एसोसिएशन
उद्योगों का बंद रखने के कोई आदेश नहीं मिले हैं, आदेश मिलेंगे तो उद्योगों को सूचना दे दी जाएगी।
- सुमेधा कटारिया, डीसी, पानीपत