विकास नगर में जूते-चप्पल की कतरनें जला कर फैला रहे प्रदूषण
जागरण संवाददाता पानीपत वार्ड नंबर-16 के विकास नगर में प्रदूषण फैलाया जा रहा है। जूते-चप्
जागरण संवाददाता, पानीपत : वार्ड नंबर-16 के विकास नगर में प्रदूषण फैलाया जा रहा है। जूते-चप्पल बनाने वाले फैक्ट्री के मालिक कतरन डाल कर उसमें आग लगा देते हैं। प्लास्टिक और रबर के जलने पर हानिकारक गैसों से लोगों का घरों में रहना मुश्किल हो गया है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ऐसी हरकत करने वाले फैक्ट्री मालिकों पर कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है।
एनएफएल के पीछे विकास नगर कालोनी है। रात के अंधेरे में ट्रॉली में भर कर जूते चप्पल की कतरनें यहां शराब ठेके के पास गिरा देते हैं। वार्ड पार्षद अतर सिंह रावल की टीम ने पहरा देकर जब प्रदूषण बोर्ड के अधिकारियों के संज्ञान में लाया तो कुछ दिनों तक यहां कतरन नहीं डाला गया। मंगलवार सुबह फिर विकासनगर गली नंबर 17-18 के सामने जूते चप्पल बनाने के बाद बचे अवशेष डाल कर एक व्यक्ति आग लगाने का प्रयास कर रहा था। आसपास के लोगों ने उसे टोका। व्यक्ति आनन-फानन में मौके से फरार हो गया। विकासनगर के मोहन, रमेश व सूरज ने बताया कि पहले एनएफएल का प्रदूषण घरों में आता था। अब ये जूते-चप्पल बनाने वाली कंपनियां अपशिष्ट पदार्थ से इस कालोनी को नुकसान पहुंचा रही है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं। पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं करते हैं।
हानिकारक गैसों से नुकसान
रसायन विज्ञान के विशेषज्ञों के मुताबिक प्लास्टिक व रबड़ जलाने से कार्बन डॉयक्साइड जैसी हानिकारक गैसें वातावरण में घुल मिल जाती है। इससे पर्यावरण को नुकसान पहुंचता है। कार्बन डॉयक्साइड से दम घुटने लगता है। स्वास्थ्य के लिए यह गैस खतरनाक है।
प्रदूषण बोर्ड में करेंगे शिकायत
वार्ड पार्षद अतर सिंह रावल ने बताया कि पहले भी ठेका के पास डाल कर आग लगा देते थे। जब हमारी टीम ने पकड़ा तो वहां डालना बंद कर दिया। भविष्य में किसी ट्राली को यहां जूते चप्पल का कचरा गिराते हुए पकड़ा जाएगा तो उस पर केस दर्ज कराएंगे। प्रदूषण बोर्ड ऐसी फैक्ट्रियों को चिह्नित कर सील करे।