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हरियाणा में प्रदूषण से मचा हाहाकार, जल रहे फसल अवशेष, करनाल में एक दिन में 20 पर केस

दिल्‍ली एनसीआर सहित हरियाणा में प्रदूषण को लेकर हाहाकार मचा हुआ है। इसके बावजूद पराली भी जल रही हैं। सोमवार को करनाल में 20 से ज्‍यादा केस दर्ज किए गए। अधिकतर केस जिन किसानों पर दर्ज हुए वे करनाल के निसिंग क्षेत्र के हैं।

By Anurag ShuklaEdited By: Published: Wed, 24 Nov 2021 11:46 AM (IST)Updated: Wed, 24 Nov 2021 11:46 AM (IST)
हरियाणा में प्रदूषण से मचा हाहाकार, जल रहे फसल अवशेष, करनाल में एक दिन में 20 पर केस
पराली जलाने के मामले रुक नहीं रहे हैं।

करनाल, जागरण संवाददाता। पराली जलाने के मामले रुक नहीं रहे हैं। दिल्‍ली सहित हरियाणा के कई क्षेत्रों में प्रदूषण का स्‍तर लगातार बढ़ रहा है। बढ़ते प्रदूषण को लेकर हाहाकार मचा हुआ है, लेकिन पराली व फसल अवशेष जलाने के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। जिला में अब तक 775 से अधिक जगहों पर पराली व फसल अवशेष जलाने के मामले सामने आ चुके हैं तो वहीं 100 से अधिक किसानों के खिलाफ कृषि विभाग की ओर से केस दर्ज कराए जा चुके हैं।

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सोमवार को ही एक साथ 20 से अधिक किसानों पर केस दर्ज किए गए हैं, जिनमें से अधिकतर किसान निसिंग क्षेत्र के ही रहने वाले हैं। प्रशासनिक तौर पर इस स्तर पर भी सख्ती बरते जाने के बावजूद पराली व फसल अवशेष जलाने के मामले न रूकना बेहद चिंतनीय माना जा रहा है। अब विभाग और भी सख्त हो गया है, जिसके चलते विभाग की आठ टीमें दिन ही नहीं रात को भी निगरानी करने में लगी है। हरसेक के माध्यम से भी मिलने वाली लोकेशन पर तत्काल टीम मौके पर पहुंचती है।

हरसेक के माध्यम से अब तक 945 से अधिक लोकेशन मिल चुकी है जबकि अन्य माध्यम से 12 मामलों की सूचना अधिकारियों तक पहुंची है। हालांकि इन दोनों स्तर पर मिली लोकेशन पर 152 जगहों पर पराली व फसल अवशेष जलते नहीं पाए गए। वहीं कृषि विभाग 500 से ज्यादा किसानों के चालान भी कर चुका है।

उधर सोमवार को ही सामने आए मामलों में दो मधुबन क्षेत्र के तो 18 मामले निसिंग क्षेत्र से ही जुड़े हैं। उधर विभाग की इस सख्ती से किसानों में हड़कंप भी मचा हुआ है। वहीं ग्रामीणों की मानें तो रात को ही किसान पराली व फसल अवशेष जलाने को प्राथमिकता दे रहे हैं, ताकि विभाग के अधिकारी उनकी पहचान न कर सकें। वहीं पंचायत सचिवों से लेकर अन्य टीमें भी निगरानी पर लगाई है।


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