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हरियाणा की आबोहवा में घुलता जा रहा जहर, फतेहाबाद रहा सबसे प्रदूषित, यमुनानगर दूसरे नंबर पर

हरियाणा के कई जिलों में प्रदूषण का खतरा लगातार बढ़ता ही जा रहा है। कई शहरों में एयर क्‍वालिटी इंडेक्‍स काफी ज्‍यादा खराब है। फतेहाबाद जहां पहले नंबर पर तो यमुनानगर दूसरे नंबर पर है। हरियाणा के 11 जिलों की हालत चिंताजनक है।

By Anurag ShuklaEdited By: Published: Mon, 26 Oct 2020 09:41 AM (IST)Updated: Mon, 26 Oct 2020 09:41 AM (IST)
हरियाणा की आबोहवा में घुलता जा रहा जहर, फतेहाबाद रहा सबसे प्रदूषित, यमुनानगर दूसरे नंबर पर
हरियाणा के 11 जिलों में प्रदूषण का स्‍तर बढ़ रहा है।

पानीपत/यमुनानगर, [शैलजा त्‍यागी]। प्रदूषण के मामले में रविवार को फतेहाबाद सूबे का सबसे प्रदूषित शहर रहा, जबकि यमुनानगर दूसरे स्थान पर रहा। फतेहाबाद में शाम पांच बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक यानि एयर क्वालिटी इंडेक्स 362 दर्ज किया गया। यमुनानगर मेें यह आंकड़ा 357 रहा। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी के मुताबिक जगह जगह पर आगजनी की घटनाओं के कारण प्रदूषण खतरानाक स्तर पर पहुंचा है।।जब तक बरसात व तेज हवा न चले, तब तक प्रदूषण से राहत मिलने की उम्मीद नजर नहीं आ रही है।

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प्रदूषण के मामले में सूबे के हालात दिन प्रतिदिन बद से बदत्तर होते जा रहे हैं। 11 जिले तो ऐसे हैं, जहां पर स्थिति ङ्क्षचताजनक है। बाकि जिलों में स्थिति ज्यादा ठीक नहीं है। प्रदूषण को काबू पाने के लिए प्रशासन की ओर से किए गए प्रयास नाकाफी साबित हो रहे हैं। यही वजह है कि आए दिन प्रदूषण विकराल रूप धारण करता जा रहा है। प्रदूषण के मामले में फतेहाबाद व यमुनानगर की बात करें तो रविवार रात एक बजे से शाम पांच बजे तक वायु गुणवत्ता का सूचकांक 325 से ऊपर ही रहा। जो कि बेहद खराब स्थिति में माना जाता है।

दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक 400 पार

दिल्ली की आबोहवा बेहद खराब स्थिति में पहुंच चुकी है। रविवार को दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक का स्तर 400 पर गया। जिसे गंभीर स्थिति मे माना जाता है। पर्यावरणविद अजय कुमार के मुताबिक प्रदूषित हवा लोगों के फेफड़ों पर सीधा असर करती है। जिस कारण लोगों केा परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

ऐसे समझे हवा की गुणवत्ता का पैमाना

प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों के मुताबिक हवा  की शुद्धात को वायु गुणवत्ता सूचकांक यानि एयर क्वालिटी इंडेक्स के जरिए मापा जाता है। यह मात्रा 0 से 50  के बीच है, तो उसे अच्छा माना जाता है।  51 से 100 के बीच  है, तो संतोषजनक, 101 से 200 के बीच को मध्यम, 201 से 300 के बीच  को खराब, 301 से 400 के बीच  'बेहद खराब तथा  401 से 500 के बीच की स्थिति गंभीर' श्रेणी में मानी जाती है।

सूबे के सबसे प्रदूषित शहरों का ब्यौरा

शहर का नाम            वायु गुणवत्ता  सूचकांक

फतेहाबाद                362

यमुनानगर                357

जींद                    354

कुरुक्षेत्र                    352

फरीदाबाद                350

बहादुरगढ़                346

हिसार                    340

पानीपत                    331

अंबाला                    330

कैथल                    321

गुरुग्राम                    317


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