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शुगर मिल की डिस्टलरी सील

जागरण संवाददाता पानीपत एनजीटी (नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल) के दिशा-निर्देश के अनुसार प्रदूषण नि

By JagranEdited By: Published: Sat, 08 Aug 2020 08:42 AM (IST)Updated: Sat, 08 Aug 2020 08:42 AM (IST)
शुगर मिल की डिस्टलरी सील
शुगर मिल की डिस्टलरी सील

जागरण संवाददाता, पानीपत : एनजीटी (नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल) के दिशा-निर्देश के अनुसार प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की टीम ने शुगर मिल की डिस्टलरी को सील कर दिया। डिस्टलरी यूनिट का दूषित पानी जन स्वास्थ्य विभाग के मैनहोल में जा रहा है। जनस्वास्थ्य विभाग की टीम ने मौका मुआयना कर शिकायत प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को दी थी। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की टीम ने दूषित पानी के सैंपल भरे थे। शुक्रवार को डिस्टलरी की सील कर दिया गया। पैराई सीजन समाप्त होने के कारण शुगर मिल बंद चल रही है। प्रदूषण मानक पूरे न होने तक शुगर मिल व उसकी दूसरी यूनिट डिस्टलरी को बंद रखने के निर्देश पहले ही एनजीटी जारी कर चुका है।

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गन्ने की खोई से बनती है शराब

कोओपरेटिव सेक्टर की यह शुगर मिल काफी पुरानी है। इसमें गन्ने की खोई से शराब बनती है। वेस्ट से बायोकंपोस्ट बनाया जाता है। बारिश होने से कंपोस्ट का दूषित पानी बह कर डिस्टलरी यूनिट के नाले से ओवरफ्लो होने लगा। इस गंदे पानी को बाहर निकालने के लिए शुगर मिल की चारदीवारी की दो-चार ईंटें तोड़ कर उसे जन स्वास्थ्य विभाग के मैनहोल में गिरा दिया। इसके लिए मैनहोल की दीवार को भी नुकसान पहुंचाया गया।

आसपास की कॉलोनी परेशान

जाटल रोड स्थित सीवर ट्रीटमेंट प्लांट में जब इस गंदे पानी को ट्रीट करने में परेशानी आई तो जन स्वास्थ्य विभाग के एसडीओ भूपेंद्र सिंह व जेई कुंज पवार व प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी शैलेंद्र अरोड़ा और एसडीओ प्रदीप कुमार सेंपल भरे। साथ ही डिस्टलरी यूनिट से निकलते गंदे जल का वीडियो भी बनाया। पानी से आसपास की कॉलोनी के लोग परेशान है।

बोर्ड ने मांगी एक्शन टेकन रिपोर्ट

शुगर मिल में प्रदूषण रोकने व पर्यावरण को हुए नुकसान की भरपाई के लिए बोर्ड ने एक्शन रिपोर्ट भी मांगी है। शुगर मिल को अपने स्तर पर पर्यावरणीय नुकसान की भरपाई की एक्शन रिपोर्ट 31 जनवरी 2021 से पहले देनी होगी। पुरानी मिल होने के कारण बायलर से वायु प्रदूषण फेल रहा है। साथ ही भूजल दोहन किया जा रहा है। मिल के पास केंद्रीय भूजल अथॉरिटी की अनुमति भी नहीं है। 22 फरवरी को शुगर मिल की अगली सुनवाई एनजीटी कोर्ट में होगी।

एनजीटी के निर्देश पर बोर्ड की टीम ने शुगर मिल की डिस्टलरी को सील कर दिया है। शुगर मिल प्रदूषण के मानकों का पूरा नहीं कर रही है। मामला एनजीटी में चला हुआ है। एनजीटी के दिशा निर्देश के अनुसार शुगर मिल को एक्शन टेकन रिपोर्ट देने के लिए कहा गया है। पैराई सीजन न होने के कारण शुगर मिल बंद है। डिस्टलरी को सील किया गया है।

-शैलेंद्र अरोड़ा, रिजनल ऑफिसर

प्रदूण नियंत्रण बोर्ड पानीपत।


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