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Pollution: पिछले साल की तुलना में हरियाणा के इस शहर में राहत भरा रहा AQI, मौसम ने भी दिया साथ

कुरुक्षेत्र में पिछले साल की तुलना में इस बार एयर क्‍वालिटी इंडेक्‍स का स्‍तर काफी ठीक रहा। प्रदूषण का ज्‍यादा असर कुरुक्षेत्र में नहीं देखने को मिला। गत वर्ष नवंबर के पहले पखवाड़े में साढे 300 के पार था एक्यूआई इस बार 250 के आस-पास।

By Anurag ShuklaEdited By: Published: Sat, 20 Nov 2021 09:46 AM (IST)Updated: Sat, 20 Nov 2021 09:46 AM (IST)
Pollution: पिछले साल की तुलना में हरियाणा के इस शहर में राहत भरा रहा AQI, मौसम ने भी दिया साथ
कुरुक्षेत्र में पिछले साल की तुलना में प्रदूषण का स्‍तर कम रहा।

कुरुक्षेत्र, जागरण संवाददाता। आसमान साफ रहने पर इस साल नवंबर माह के पहले पखवाड़े में भी धर्मनगरी में पर्यावरण प्रदूषण का स्तर कुछ राहत भरा रहा है। गत वर्ष जहां नवंबर माह के पहले पखवाड़े में धर्मनगरी में वायु गुणवत्ता का स्तर 350 से 400 के बीच रहा, वहीं इस बार यह 220 से 290 के बीच रहा है। हवा में प्रदूषण कम रहने पर लोगों ने कुछ राहत महसूस की है। इसका सबसे बड़ा कारण किसानों का फाने कम जलाना और मौसम का साफ रहना रहा है। गत वर्ष के मुकाबले इस साल कुरुक्षेत्र में फानों में आग के मामले 37 फीसद कम सामने आए हैं। दूसरी ओर मौसम विशेषज्ञों ने मौसम साफ रहने और धरती तक सूर्य की किरणें सीधे पहुंचने पर धूल कण आसमान में ऊपर उठते रहने से भी सतह पर पर्यावरण कुछ हद तक साफ रहने और रातें ठंडी होने की बात कही है।

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गौरतलब है कि गत वर्ष नवंबर के पहले पखवाड़े में मौसम में धूल का गुब्बार का छाया रहता था। चौधरी चरण सिंह कृषि विश्वविद्यालय हिसार के कृषि विज्ञान केंद्र की मौसम विशेषज्ञ डा. ममता ने इस बार मौसम 24 नवंबर तक आमतौर पर खुश्क रहने का अनुमान है। इस दिनों सूर्य छह घंटे 21 मिनट तक चमक रहा है। लगातार सूर्य की किरणें धरती तक पहुंचने से धूल कण आसमान में ऊपर उठते रहे और धरातल पर जमा नहीं हो पाए। इससे अस्थिर स्थिति बनने पर सभी धूल कण ऊपर उठ गए हैं। इसी के चलते बार नवंबर माह में मौसम सामान्य रहा है। आगामी दिनों में

मौसम साफ रहने का अनुमान, पेड़ों पर पानी डाल किया जा रहा साफ

अब अगले दिनों मौसम साफ रहने का अनुमान है। ऐसे में अग्निशमन केंद्र के कर्मचारियों की ओर से मुख्य सड़कों के किनारे खड़े पेड़ों पर पानी डाल कर इन्हें साफ किया जा रहा है। इतना ही नहीं शहर भर के चौकों को भी पानी से साफ किया गया है।

अगेती गेहूं की फसल में लगा सकते हैं पानी

चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विवि के कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ संयोजक डा. प्रद्युम्मन भटनागर ने बताया कि मौसम खुश्क रहने पर किसान अगेती गेहूं की फसल में पानी लगा सकते हैं। जिस गेहूं की बिजाई को 20 से 22 दिन हो गए हैं, उसमें पहला पानी दिया जा सकता है।


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