सीएम के रोड शो से पहले भाजपा संगठन और शहरी विधायक में टकराव बढ़ा
जागरण संवाददाता, पानीपत : सीएम के रोड शो से पहले कष्ट निवारण समिति की बैठक में कब्जे की दो शिकायतों
जागरण संवाददाता, पानीपत : सीएम के रोड शो से पहले कष्ट निवारण समिति की बैठक में कब्जे की दो शिकायतों ने भाजपा में उफान पैदा कर दिया है। भाजपा संगठन और शहरी विधायक आमने-सामने हो गए हैं। प्रदेशाध्यक्ष से लेकर पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारी मामला सुलझाने का दावा कर रहे हैं। उधर विधायक पति ने अलग से मोर्चा खोलते हुए संगठन और पूर्व डीसी को भी लपेटे में लिया है। कब्जे का मामला कितना तूल पकड़ेगा वो 29 को बुलाई गई बैठक में पता चलेगा।
भाजपा की शहरी विधायक रोहिता रेवड़ी ने तहसील कैंप अशोक नगर में पार्क के साथ और वार्ड 20 में महावीर कालोनी में रास्ते पर कब्जे की शिकायत कष्ट निवारण समिति की बैठक में रख दी है। प्रशासनिक अधिकारियों पर फाइल को ठंडे बस्ते में डालने का आरोप लगाया है। विधायक के इस कदम की सोमवार को पूरे शहर में चर्चा रही। सीएम रोड शो को लेकर बुलाई गई कोर कमेटी की बैठक में भी यह मुद्दा उठा। सूत्रों के मुताबिक बैठक में शामिल पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारी इस बात पर एकमत थे कि भ्रष्ट अधिकारी काम नहीं कर रहे तभी विधायक को इस तरह से सोचना पड़ रहा है। कब्जे का मामला सार्वजनिक करने से पहले मुख्यमंत्री से इस बारे में बात करनी चाहिए थी।
पहले भी दे चुकी हैं शिकायत
ऐसा पहली बार नहीं हुआ है। वैसे तो यह जनता के लिए कमेटी है। रोहिता रेवड़ी ने इससे पहले पुलिस में भी अपने नाम से शिकायत दर्ज कराई थी। तत्कालीन एसपी राहुल शर्मा ने उन्हें रोका था कि अपने नाम से एफआइआर दर्ज ना करें। सरकार की किरकिरी होगी और उन्हें भी कोर्ट में परेशानी आएगी। परंतु वह नहीं मानी और अपने नाम से एफआइआर दर्ज कराई थीं। एसपी ने सलाह दी थी वो अपने गनमैन के नाम से करा दें लेकिन वो अपने निर्णय पर अडिग रहीं।
कार्यकर्ता का मान सम्मान नहीं कर रहे विज
विधायक पति सुरेंद्र रेवड़ी ने कहा कि अशोक नगर और जाटल रोड फैक्ट्री पर कब्जे के बारे में पूर्व डीसी चंद्रशेखर खरे और निगम आयुक्त शिव प्रसाद शर्मा को पत्र के माध्यम से पहले भी अवगत कराया था। दोनों अफसरों ने मिलीभगत कर ठंडे बस्ते में डाल दिया। 29 जून को होने वाली कष्ट निवारण समिति की बैठक में मैं पहली बार मौजूद रहूंगा। पूरा हरियाणा इसे देखेगा। प्रमोद विज को इस बारे में संज्ञान लेना चाहिए था। लेकिन उन्होंने नादानी की है। कोर कमेटी में संगठन की बातें रखी जाती है। 25-30 वर्षों से जहां कब्जे हुए हैं विधायक रोहिता रेवड़ी उसे हटा कर दम लेंगी। प्रमोद विज कार्यकर्ता का मान सम्मान नहीं कर रहे हैं।
कष्ट निवारण समिति की बैठक में प्रभारी मंत्री सीएम का प्रतिनिधत्व करते हैं। विधायक उनके सामने बात रखेंगी तो इसमें कुछ गलत नहीं है। वो संवेदनशील हैं। जनता के हित के लिए अच्छा कार्य किया है। जनसमस्या से संबंधित कोई भी बात कहीं भी उठा सकती हैं। कोर ग्रुप में भी हर विषय पर चर्चा कर सकते हैं।
संजय भाटिया
प्रदेश महासचिव, भाजपा इसे शिकायत में रूप में नहीं देखा जाए। भाजपा सरकार ने विधायक और आम आदमी में फर्क नहीं रखा है। इस मामले को सुलझा लेंगे। विधायक रोहिता रेवड़ी का बेटा बीमार होने से सोमवार को पानीपत दौरे में उनसे मुलाकात नहीं पाई।
कविता चौधरी
प्रभारी पानीपत
इस बारे में बिना जानकारी के मैं कोई टिप्पणी नहीं कर सकता। विधायक से बात होने के बाद ही बता पाऊंगा।
सुभाष बराला
प्रदेशाध्यक्ष