पुलिसकर्मियों के कदमताल लड़खड़ाए तो डीएसपी ने लगाई क्लास, सुबह शाम करनी होगी परेड Panipat News
गणतंत्र दिवस समारोह के लिए चल रहीं तैयारियों के दौरान परेड में पुलिसकर्मियों के कदमताल गड़बड़ा गए। इसे देख डीएसपी ने क्लास लगा दी।
पानीपत, जेएनएन। गणतंत्र दिवस पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों की तैयारी में जुटे स्कूली बच्चे कदम ताल से मिला कर अभ्यास करते दिखाई दिए। पुलिस के जवान इसमें सफल नहीं सके। डीएसपी ने सभी पुलिसकर्मियों को सुबह और शाम अभ्यास करने के सख्त आदेश दिए हैं। मंगलवार को शिवाजी स्टेडियम में प्रशासनिक अधिकारियों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लेने वाले बच्चों का रिहर्सल देखा।
गणतंत्र दिवस पर महिला और पुरुष पुलिस टुकड़ी मार्च पास्ट करेगी। इसके लिए बीते दो दिन से पुलिसकर्मी सुबह के समय शिवाजी स्टेडियम में अभ्यास कर रहे हैं। मंगलवार को डीएसपी ने पुलिसकर्मियों के रिहर्सल के दौरान निरीक्षण किया। कदम-ताल न मिला पाने से नाराज डीएसपी ने सभी पुलिसकर्मियों को सुबह-शाम अभ्यास करने के निर्देश दिए। वहीं, अभ्यास के चौथे दिन डंबल, लेजियम और मास-पीटी के 1600 बच्चे लय में आने लगे हैं। अब बच्चों को निर्देश के स्थान पर ड्रम की धुन पर अभ्यास कराया जा रहा है। डीईओ सतपाल सिंह और डीईईओ रामफल धनखड़ ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों में हिस्सा ले रहे 380 बच्चों के रिहर्सल का निरीक्षण किया। बच्चे स्कूलों में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का रिहर्सल जारी रखेंगे। 24 जनवरी को फुल ड्रेस रिहर्सल किया जाएगा।
बिना जलपान के भेज दिए 1600 बच्चे
डीएसपी को पुलिसकर्मियों के अभ्यास का निरीक्षण करना था। इसलिए मास-पीटी का अभ्यास 11:15 बजे समाप्त कर दिया गया। सोमवार को प्रशासन की तरफ से अभ्यास कर रहे बच्चों के लिए जलपान की व्यवस्था की गई थी। यह व्यवस्था मंगलवार को भी की गई, लेकिन आयोजकों को इसकी जानकारी नहीं थी। मास-पीटी में हिस्सा ले रहे 1600 बच्चों के जाने के बाद प्रशासन की तरफ से केले और सेब वितरित किए गए। घंटो तक अभ्यास के बाद बच्चे भूखे ही स्कूल चले गए। उधर, शिक्षा विभाग के खेल सचिव महेंद्र सिंह ने बताया कि बाद में कुछ स्कूलों में जलपान भेजा गया है। बुधवार से सभी बच्चों को समय से जलपान उपलब्ध कराया जाएगा।
जमीन पर सूर्य नमस्कार का अभ्यास नहीं कर पाए बच्चे
इस बार प्रशासन ने सूर्य नमस्कार से गणतंत्र दिवस कार्यक्रम का शुभारंभ करने के निर्देश दिए, लेकिन अभी तक बच्चों ने इसका अभ्यास शुरू नहीं किया है। शिवाजी स्टेडियम में बच्चे जमीन पर अभ्यास कर रहे हैं। ऐसे में सूर्य नमस्कार के भूजंग आसन में बच्चों को जमीन पर लेटना पड़ेगा। कपड़े गंदे होने की वजह से बच्चे इसका अभ्यास नहीं कर सके।