गंभीर बीमारी से ग्रस्त लोग न बरतें लापरवाही, जानलेवा बन रहा कोरोना
गंभीर बीमारियों से ग्रसित मरीज लापरवाही न बरतें। कोरोना संक्रमण ऐसे मरीजों के लिए खतरनाक है। जींद में कोरोना से मरने वाले तीनों लोग पहले से ही गंभीर बीमारी से पीड़ित थे। ऐसे लोगों की प्रतिरोधक क्षमता भी कम होता है।
जींद, जागरण संवाददाता। कोरोना की तीसरी लहर गंभीर बीमारी से ग्रस्त लोगों के लिए जानलेवा साबित हो रही है। जिले में कोरोना संक्रमित तीन लोगों की मौत हो चुकी हैं। मरने वालों में दो बुजुर्ग व एक युवक शामिल हैं। हालांकि मरने वाले तीनों ही मरीज पहले ही शुगर अस्थमा व किडनी की बीमारी से ग्रस्त थे। चिकित्सकों के अनुसार गंभीर बीमारी से ग्रस्त मरीजों को अतिरिक्त ध्यान रखने की जरूरत हैं, क्योंकि पहले से बीमार लोगों की रोग प्रतिरोध क्षमता कमजोर होती है और कोरोना उनके शरीर पर ज्यादा प्रभाव दिखाता है।
नागरिक अस्पताल के डिप्टी एमएस डा. राजेश भोला ने बताया कि पहले से गंभीर बीमारियों से पीड़ित लोगों को भीड़ भाड़ वाली जगह पर जाने से बचना चाहिए। सुबह व शाम को घर की छत व खुले स्थान पर सैर करने के साथ व्यायाम करें। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार कोरोना की तीसरी लहर की पहली मौत 13 जनवरी मेडिकल कालेज अग्रोहा में गांव जाजवान की 68 वर्षीय महिला की मौत हुई थी। यह महिला पहले से ही टीबी की मरीज थी और उसको सांस लेने में दिक्कत थी, लेकिन कोरोना होते ही उसकी हालात बिगड़ गई थी। जहां पर अग्रोहा मेडिकल कालेज में एक सप्ताह आक्सीजन पर रहने के बाद दम तोड़ दिया था।
इसी तरह दूसरी मौत गांव दुर्जनपुर निवासी 68 वर्षीय एक व्यक्ति की भी अग्रोहा मेडिकल कालेज में रविवार को मौत हुई। यह व्यक्ति भी अस्थमा का मरीज था और फेफड़ों की बीमारी से ग्रस्त था और उसका इलाज चल रहा था। कोरोना होने के बाद उसके सांस लेने में दिक्कत ज्यादा बढ़ गई और उसे उसकी मौत हो गई। जबकि कोरोना से तीसरी मौत गांव बड़ौदा के 26 वर्षीय युवक की हुई है। युवक भी पिछले लंबे समय से शुगर का मरीज था और उसकी किडनी की बीमारी से भी ग्रस्त था। कोरोना के लिए भी जानलेवा साबित हुआ है।