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प्रॉपर्टी टैक्स के पुराने बिल ठीक करने से इन्कार, लोगों ने किया बवाल

पुरानी सर्वे कंपनी की गलती बताकर याशी कंपनी ने प्रापर्टी टैक्स के बिल ठीक नहीं किए। निगम में लोगों को काटा बवाल। कैंप में बिल ठीक करवाने पहुंचे लोगों की बिल ठीक नहीं हुए।

By JagranEdited By: Published: Sat, 10 Apr 2021 07:40 AM (IST)Updated: Sat, 10 Apr 2021 07:40 AM (IST)
प्रॉपर्टी टैक्स के पुराने बिल ठीक करने से इन्कार, लोगों ने किया बवाल

जागरण संवाददाता, पानीपत : पुरानी सर्वे कंपनी की गलती बताकर याशी कंपनी ने प्रापर्टी टैक्स के बिल ठीक नहीं किए। निगम में लोगों को काटा बवाल। शुक्रवार को पालिका बाजार स्थित नगर निगम में याशी कंपनी कर्मचारियों ने शहरवासियों की प्रापर्टी टैक्स की गलतियां ठीक करने के लिए कैंप लगाया। कैंप में बिल ठीक करवाने पहुंचे लोगों की बिल ठीक नहीं हुए। याशी कंपनी प्रोजेक्ट मैनेजर सुभाष जैन व कर्मचारियों ने लोगों की फाइलें यह कहकर वापस लौटा दी कि ये गलतियां हमारे सर्वे की नहीं हैं। यह तो पुरानी कंपनी के सर्वे में हुई गलतियां हैं। इस पर लोगों ने जमकर बवाल काटा और कंपनी के कर्मचारियों से उलझ गए।

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लोगों ने कहा कि उन्हें नए बिल ही नहीं मिलेंगे तो कैसे पता चलेगा कि उनके बिलों में क्या गलतियां हैं। गलती पता होने पर ही तो अपत्ति दर्ज करवा सकेंगे।

लोगों की समस्याओं को देखते हुए सीनियर डिप्टी मेयर दुष्यंत भट्ट, निगम टैक्स सुपरिंटेंडेंट चंचल भान, सीनियर क्लर्क धर्मबीर व क्लर्क जोगिद्र समेत अन्य ने याशी कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर सुभाष जैन को यही बात कही कि सबसे पहले लोगों को बिल बांटे जाएं या नोटिस दिए जाएं। अब प्रॉपर्टी टैक्स बिलों से संबंधित आन लाइन व आफलाइन आपत्ति दर्ज कराने का समय 30 अप्रैल तक बढ़ा दिया है।

घर तक पहुंचाना था बिल

कंपनी को सर्वे करके हर घर पहुंचाना था। प्रॉपर्टी टैक्स बिल याशी कंपनी का सर्वे पूरा हो चुका है। अब कंपनी नए सिरे से बिल अपलोड करेगी तो लोगों से ये बिल जमा करवाए जाएंगे, लेकिन कंपनी ने लोगों को बिल ही नहीं बांटे हैं। कंपनी ने नए सर्वे में शहर में 1.71 लाख प्रॉपर्टी यूनिट दिखाकर 48 लाख रुपये के बिल बनाए हैं। कंपनी अधिकारी जैसे तैसे बस अपना यह बिल ही पास करवाना चाहते हैं। इससे पहले सर्वे करने वाली जीआइएस कंपनी ने शहर में 1.41 लाख प्रॉपर्टी यूनिट दिखाई थी। सीनियर डिप्टी मेयर, पार्षद व निगम अधिकारियों का कहना है कि जब तक लोगों की आपत्तियां दूर नहीं होगी, तब तक कंपनी को भुगतना नहीं देंगे।

निगम के ऊपर बात टालने में लगे याशी अधिकारी

पार्षद शकुंतला गर्ग, पार्षद अंजली शर्मा, पार्षद चंचल डावर, पार्षद सुमन छाबड़ा, पार्षद शिव कुमार व पार्षद अनिल बजाज ने कहा कि शहरवासियों की प्रॉपर्टी टैक्स संबंधी गलतियों को ठीक करने की बजाय याशी कंपनी अधिकारी बहाने बना रहे हैं। अब बोल रहे हैं कि शहर में मुनादी व होर्डिंग बैनर लगाकर लोगों को आपत्ति दर्ज कराने के लिए जागरूक करें। पार्षदों ने कहना है कि हम तो कंपनी व नगर निगम अधिकारियों यह पूछना चाहते हैं कि बिल मिले बिना गलतियां कैसे पता चलेंगी।

सोमवार को होगी बैठक

याशी कंपनी के उच्च अधिकारियों की बैठक सोमवार 12 अप्रैल को होगी । बैठक में आयुक्त सीनियर डिप्टी मेयर दुष्यंत्त भट्ट सहित पार्षद भाग लेगें। दुष्यंत भट्ट ने बताया कि प्रापर्टी आइडी संबंधित दिक्कतें दूर की जाएगी। सर्वे कंपनी के अधिकारियों को बुलाया गया है। मीटिग में निगम के उच्च अधिकारी भी भाग लेंगे। समस्या को हल करने का वे आउट निकाला जाएगा।


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