हरियाणा के सरकारी कार्यालयों में पसरा सन्नाटा, कोरोना की वजह से नहीं आ रहे लोग
हरियाणा में लगातार कोरोना मामले बढ़ रहे। कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर सख्ती की तो सरकारी कार्यालयों में पसरने लगा सन्नाटा। वेक्सीनेशन सर्टिफिकेट दिखाए बिना हर कार्यालय में जारी है रोक। जिला सचिवालय में भी नहीं पहुंच रहे फरीयादी।
करनाल, जागरण संवाददाता। करनाल में कोरोना के मामले बढ़ने लगे तो सरकार के आदेशानुसार प्रशासन ने भी पूरी सख्ती कर दी है, जिसके चलते सार्वजनिक स्थलों से लेकर सरकारी कार्यालयों में भी सूनापन सा दिखाई पड़ने लगा है। जिला सचिवालय से लेकर अन्य कार्यालयों में भी फरियादी महज 20 फीसदी तक ही रह गए हैं जबकि कार्यालयों में हलचल भी नहीं रही है।
हर कार्यालय में अधिकारी से लेकर कर्मचारी व फरियादी को भी कोरोना वेक्सीनेशन सर्टिफिकेट होने पर ही प्रवेश करने दिया जा रहा है। जहां से अनेकों लेाग बैरंग लौटने को मजबूर हो रहे हैं तो वहीं जिला प्रशासन की ओर से सचिवालय के बाहर व अन्य सार्वजनिक जगहों पर वेक्सीनेशन वैन भी खड़ी की है, जहां ऐसे लोगों का तत्काल वेक्सीनेशन किया जा रहा है। यह प्रशासन की सख्ती का ही असर है कि इन वैन के आसपास लंबी लाइनें वेक्सीनेशन के लिए लगने लगी है। जिला सचिवालय के बाहर ही बुधवार को बूंदाबांदी के बावजूद ऐसे लोगों की लाइन करीब 400 मीटर तक लगी रही।
एक हजार से अधिक के चालान
पुलिस ने भी अपनी सख्ती शुरू कर दी है। विशेष तौर पर मास्क न पहनने वाले लोगों के चालान किए जा रहे हैं। पुलिस की टीमें अभी तक ऐसे एक हजार से अधिक लोगों के चालान कर चुकी है। यहीं नहीं हर चौकी व थाना की पुलिस टीम को टारगेट के साथ फील्ड में उतारी गई है तो वहीं एसपी गंगाराम पूनिया खुद ही निगरानी कर रहे हैं। बाजारों से लेकर नाकाबंदी पर पहुंचकर वे मास्क न पहनने वाले लोगों के चालान करने के कड़े निर्देश दे रहे हैं।
दुकान खुली मिली तो होगा मामला दर्ज
जिला प्रशासन ने बाजार शाम छह बजे से बंद करने के आदेश दे दिए हैं। वीरवार को इसकी शुरूआत भी कर दी गई है। हालांकि यह पहला दिन था, लेकिन शुक्रवार से पुलिस सख्ती करेगी। दुकान खुली मिलने पर तत्काल केस दर्ज किया जाएगा। हालांकि अावश्यक वस्तुओं की दुकानों को खुली रखने की छूट दी गई है। उधर एसपी गंगा राम पूनिया का कहना है कि लापरवाही व मनमानी बरतने वाले को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।