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पानीपत की पीसीपएनडीटी टीम ने कैराना में दो अल्ट्रासाउंड सेंटर किए सील

जागरण संवाददाता पानीपत भ्रूण की लिग जांच और कन्या भ्रूण हत्या के तार एक बार फिर उत्तर

By JagranEdited By: Published: Thu, 26 Nov 2020 06:10 AM (IST)Updated: Thu, 26 Nov 2020 06:10 AM (IST)
पानीपत की पीसीपएनडीटी टीम ने कैराना में दो अल्ट्रासाउंड सेंटर किए सील

जागरण संवाददाता, पानीपत : भ्रूण की लिग जांच और कन्या भ्रूण हत्या के तार एक बार फिर उत्तर प्रदेश से जुड़ते दिख रहे हैं। गर्भ धारण, प्रसव पूर्व निदान तकनीक-विनियमन व दुरुपयोग अधिनियम (पीसीपीएनडीटी) टीम पानीपत ने उप्र.जिला शामली के कस्बा कैराना में दो अल्ट्रासाउंड केंद्रों को सील कर दिया है। दोनों केंद्रों के संचालकों के खिलाफ एफआइआर संबंधित जिले की टीम कराएगी। डिकाय का इस्तेमाल कर ठिकानों तक पहुंची थी।

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पीसीपीएनडीटी के जिला नोडल अधिकारी डा. सुधीर बतरा ने दैनिक जागरण को बताया कि कुछ दिनों से सूचनाएं मिल रही थी कि पानीपत की गर्भवती महिलाएं कैराना में जाकर दो अल्ट्रासाउंड केंद्रों में गर्भस्थ भ्रूण की लिग जांच कराती हैं। दोनों केंद्रों के संचालक लिग जांच के 15-20 हजार रुपये तक वसूलते हैं। डीसी धर्मेंद्र सिंह और सिविल सर्जन डा. संतलाल वर्मा के संज्ञान में मामला लाया गया। स्पेशल सेल ने डिकाय का इस्तेमाल कर कैराना स्थित चौहान अल्ट्रासाउंड सेंटर और जमसेद अल्ट्रासाउंड सेंटर में छापामारी की गई। दोनों ने डाक्टर के परामर्श और फार्म एफ भरे बिना ही नार्मल फीस लेकर अल्ट्रासाउंड कर दिया। केंद्रों में कई खामियां देख मशीनों को सील कर दिया गया।

पीसीपीएनडीटी शामली की टीम संचालकों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराएगी। टीम में ड्यूटी मजिस्ट्रेट पीडब्ल्यूडी के एसडीओ भूपेंद्र सिंह, जिला औषधि नियंत्रक विजय राजे,डा. शालिनी मेहता और डा. सुखदीप कौर सहित कैराना थाना की पुलिस शामिल रही।

चौहान अल्ट्रासाउंड केंद्र में खामियां

केंद्र रजिस्टर्ड जगह पर नहीं, दूसरे स्थान पर था। गैर पंजीकृत व्यक्ति संचालन कर रहा था। डाक्टर के परामर्श और रेफर स्लिप बिना अल्ट्रासाउंड कर दिया। फार्म-एफ भी नहीं भरा गया था।

जमशेद अल्ट्रासाउंड केंद्र में खामियां

अल्ट्रासाउंड करने से पहले फार्म एफ नहीं भरा। केंद्र में सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे हुए थे। डाक्टर के परामर्श और रेफर स्लिप बिना अल्ट्रासाउंड किया। यहां लिग जांच नहीं होती का चेतावनी बोर्ड नहीं लगा था।

48 छापामारी हो चुकीं वर्ष 2015 से अब तक

31 छापामारी एमटीपी (मेडिकल टर्मिनेशन प्रेग्नेंसी)

17 छापामारी पीएनडीटी (प्री-नेटल डायग्नोस्टिक टैक्निक)

07 छापामरी उप्र. के विभिन्न शहरों में उप्र. के विभिन्न शहरों में छापामारी

-सात जुलाई 2015 को मेरठ के ट्रांसपोर्ट नगर स्थित एक डायग्नोस्टिक सेंटर पर पीएनडीटी एक्ट के तहत छापामारी की गई।

-30 मई 2016 को पानीपत की टीम ने सहारनपुर स्थित एक क्लीनिक में छापा मारा था। करनाल की एएनएम दलाल की भूमिका थी।

-21 जून 2016 को कैराना रोड शामली स्थित एक नर्सिंग होम में छापा मारा गया था। महिला चिकित्सक को रंगे हाथ भ्रूण लिग जांच करते पकड़ा था।

-छह अक्टूबर 2016 को टीम ने गाजियाबाद के कस्बा मुरादनगर में छापा मारा था। तहसील कैंप, पानीपत की निवासी महिला दलाल शामिल थी।

-तीन मार्च 2017 को जिला मेरठ के कस्बा सरधना स्थित अल्ट्रासाउंड केंद्र में छापा मारा गया। हरि सिंह चौक पानीपत वासी महिला दलाल ने 16 हजार रुपये लिए थे।

-11 अगस्त 2017 को मुजफ्फरनगर स्थित अलट्रासाउंड केंद्र पर छापा मारा गया। दलाल ने भ्रूण लिग जांच के डिकॉय से 15 हजार रुपये लिए थे।

-सात सितंबर 2020 को जिला सहारनपुर के रामपुर मनिहारन स्थित एक क्लीनिक पर छापा मारा गया। दलाल को 10 हजार रुपये सहित पकड़ा था।


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