बसों में बिना स्क्रीनिग और सैनिटाइज के खतरेभरा सफर
जागरण संवाददाता पानीपत स्थानीय बस स्टैंड से रोजाना लगभग 70 रोडवेज बसों का संचालन हो रहा
जागरण संवाददाता, पानीपत : स्थानीय बस स्टैंड से रोजाना लगभग 70 रोडवेज बसों का संचालन हो रहा है। इनमें औसतन 3500 से अधिक लोग सफर कर रहे हैं। बस स्टैंड परिसर में हर समय दर्जनों यात्री बिना मास्क लगाए इधर-उधर घूमते दिखते है। कई बार तो रोडवेजकर्मी भी मास्क लगाना जरूरी नहीं समझते।
लॉकडाउन शुरू होने से लेकर आज तक भी बस स्टैंड परिसर में यात्रियों के लिए सैनिटाइजिग की सुविधा नहीं है। सड़क पर लोगों के बीच दो गज की दूरी बनाना जरूरी है, लेकिन बसों में 50 सवारियां बैठाकर इसी शारीरिक दूरी के नियम की सरेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। अनलॉक 1.0 के समय रोडवेजकर्मी यात्रियों की स्क्रीनिग भी करते थे, लेकिन अब यात्रियों की संख्या बढ़ने पर स्क्रीनिग को भी दरकिनार कर दिया गया है। रोडवेजकर्मी सिर्फ बसों को सैनिटाइज करके इतिश्री कर लेते हैं। पानीपत डिपो की बसें यात्रियों को उप्र के राज्यों के अलावा दिल्ली बॉर्डर, गुरूग्राम समेत प्रदेश के विभिन्न जिलों में सफर करा रही है। कुछ बसें तो दिन में एक रूट पर कई फेरे भी लगाती हैं।
टिकट के चक्कर में शारीरिक दूरी भूले यात्री
स्टैंड इंचार्ज के कार्यालय के सामने ही रोजाना यात्री शारीरिक दूरी बनाने के नियम की अवहेलना करते दिखाई देते हैं।
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सैनिटाइजिग के लिए वर्कशॉप में स्टेप सैनिटाइजिग मशीन तैयार कराई जा रही है। मशीन तैयार होते ही यात्रियों के लिए परिसर में रखवा दी जाएगी। टिकट काउंटर बूथों पर सैनिटाइजर की व्यवस्था है। शारीरिक दूरी बनाने और मास्क लगाने के लिए यात्रियों को लगातार अनाउंसमेंट करके जागरूक किया जाता है।
ट्रैफिक मैनेजर कर्मबीर, पानीपत डिपो।