Bharat Bandh: हरियाणा व पंजाब के 32 लोकेशन पर 31 ट्रेनों में फंसे रहे यात्री, शताब्दी चंडीगढ़ में करनी पड़ी रद
Bharat Bandh कृषि कानूनों के खिलाफ किसान द्वारा आहूत भारत बंद के कारण हरियाणा में 11 लोकेशन पर किसान पटरी पर डटे रहे। पंजाब की 32 लोकेशनों पर आंदोलनकारियों ने कब्जा जमाया। कई ऐसी ट्रेनें जो रवाना हो चुकी थीं उनको बीच रास्ते रद करना पड़ा।
अंबाला [दीपक बहल]। Bharat Bandh: कृषि सुधार कानूनों के विरोध में आंदोलन कर रहे संगठनों के भारत बंद के कारण हरियाणा और पंजाब की 32 लोकेशनों पर आंदोलनकारियों ने कब्जा जमा लिया। इस कारण 31 ट्रेनें प्रभावित हुईं। हजारों यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। कई ऐसी ट्रेनें जो रवाना हो चुकी थीं, उनको बीच रास्ते रद करना पड़ा, जो यात्रियों के लिए ज्यादा परेशानी भरा रहा। कम दूरी की ट्रेनों को रद करने में रेलवे की तरफ से विलंब में फैसला लेने के कारण यह स्थिति पैदा हुई।
रेलवे ने कालका से नई दिल्ली के लिए शताब्दी एक्सप्रेस चला तो दी, लेकिन इसे चंडीगढ़ स्टेशन पर ही रद करना पड़ गया। इस ट्रेन में सवार होकर दिल्ली जा रहे यात्रियों को भारी परेशानी हुई। ऐसा ही हाल ऊना से नई दिल्ली जाने वाली जनशताब्दी एक्सप्रेस के यात्रियों का भी हुआ। इस ट्रेन को भी चंडीगढ़ स्टेशन पर ही रद करना पड़ गया। कुल चार शताब्दी एक्सप्रेस रद की गईं, जिस कारण यात्रियों को परेशानी हुई, रेलवे को भी राजस्व का भारी नुकसान हुआ।
हरियाणा की बात करें तो अंबाला, जगाधरी, सिरसा, नरवाना, जींद, दादरी, भिवानी में दो जगह, बहादुरगढ़, फतेहगढ़ और हिसार में एक जगह किसानों के आंदोलन के कारण रेल यातायात प्रभावित हुआ। हालांकि शाम छह बजे के बाद रेल यातायात सामान्य हो गया, लेकिन कुल दस ट्रेनों को रद करना पड़ा और चार का रूट डायवर्ट किया गया।
जम्मू से पूना जाने वाली झेलम एक्सप्रेस को अंबाला स्टेशन पर रोक दिया गया। काफी देर तक ट्रेन अंबाला में ही थी, बाद में इसे सहारनपुर रवाना कर दिया गया, लेकिन आंदोलनकारियों के कारण बराड़ा में ही रोक दिया गया। जम्मू से दुर्ग जाने वाली स्पेशल एक्सप्रेस को खन्ना, न्यू जलपाइगुड़ी से जम्मू जाने वाली ट्रेन को सरहिंद, जयनगर से अमृतसर आने वाली ट्रेन को सहारनपुर, ऊंचाहार एक्सप्रेस को कुरुक्षेत्र, वंदे भारत एक्सप्रेस को करनाल, मालवा एक्सप्रेस सहित दो ट्रेनों को पानीपत रोकना पड़ा। ट्रेनों में सवार कुछ यात्रियों को दूसरे वाहनों से रवाना होना पड़ा।
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गुरुद्वारों ने लंगर की सेवा प्रदान की
आंदोलन से यात्रियों को भारी परेशानी हुई, लेकिन गुरुद्वारों से आये लंगर से काफी राहत मिली। अंबाला रेल मंडल के सरहिंद, खन्ना, बराड़ा आदि स्टेशनों पर यात्रियों को लंगर की सुविधा प्रदान की गई।
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रिफंड के लिए लगाया टैग
बीच रास्ते ट्रेनों को रद करने के बाद रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की सुविधा के लिए टिकट डिपाजिट रिसिट (टीडीआर) यात्रियों को दी गई। ऐसे में इन यात्रियों का रिफंड डाक के माध्यम से पहुंच जाएगा। जिन यात्रियों ने आनलाइन टिकट बुक कराया है उनका रिफंड खाते में पहुंच जाएगा। इसके लिए रेलवे ने पैसेंजर रिजर्वेशन सिस्टम (पीआरएस) में टैग (ट्रेन यहां से यहां तक रद कर दी गई) लगा दिया गया। ऐसे में जिन यात्रियों ने जहां तक सफर किया, सिर्फ वहीं तक का किराया रेलवे वसूल करेगा।
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बाकी देश में रेलसेवा सामान्य रही
हरियाणा व पंजाब को छोड़कर देश में बंद का कोई असर नहीं रहा है। देश भर में आधा प्रतिशत ट्रेनें ही प्रभावित हुई हैं। इसका रेलवे पर कोई ज्यादा प्रभाव नहीं रहा। दस ट्रेनों को रद किया है, जबकि चार का रूट बदला गया है।
- दीपक कुमार, चीफ पब्लिक रिलेशन आफिसर, उत्तर रेलवे