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Live in relationship: लिव इन रिलेशनशिप में रह रहे साथी की हुई मौत, एक माह की बच्‍ची को छोड़ गई महिला

लिव इन रिलेशनशिप का एक दर्दनाक सच सामने आया है। रिलेशनशिप के दौरान महिला ने एक बच्‍ची को जन्‍म दिया। युवक की मौत हो गई तो महिला एक माह की बच्‍ची को युवक के परिवार वालों के पास छोड़कर चली गई।

By Anurag ShuklaEdited By: Published: Thu, 23 Sep 2021 12:27 PM (IST)Updated: Thu, 23 Sep 2021 12:27 PM (IST)
Live in relationship: लिव इन रिलेशनशिप में रह रहे साथी की हुई मौत, एक माह की बच्‍ची को छोड़ गई महिला
लिव इन में रह रही महिला एक माह की बच्‍ची को छोड़ गई।

पानीपत, जागरण संवाददाता। बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) के समक्ष अजीबोगरीब केस आया है। शादीशुदा महिला अपनी मर्जी से अन्य युवक के साथ लिव-इन-रिलेशनशिप में रह रही थी। पिछले महीने उसने बच्ची को जन्म दिया। आठ सितंबर 2021 को उस युवक की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई। अब महिला नवजात बच्ची को मृतक युवक की बहन-जीजा के घर (समालखा) में छोड़कर गायब हो गई है।

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सीडब्ल्यूसी के सदस्य डा. मुकेश आर्य ने बताया कि समालखा निवासी एक व्यक्ति नवजात बच्ची को गोद में लिए कार्यालय में पहुंचा। उसने बताया कि कोई इस बच्ची को उसके घर के बाहर छोड़कर चला गया है। वह इसकी परवरिश करने में असमर्थ है। समालखा थाना भी गया था, वहां से मदद नहीं मिली। समालखा थाना में बात की तो बताया कि शिकायतकर्ता का पारिवारिक मामला है, बच्ची भी इसी के परिवार की है।

सख्ती से पूछताछ में व्यक्ति ने बताया कि सोनीपत वासी उसके साले के साथ एक महिला करीब एक साल से रह रही थी। यह बच्ची उन दोनों की है। उसके साले की मौत हो चुकी। महिला बच्ची को उसके घर छोड़ गई है।

डा.आर्य के मुताबिक व्यक्ति, उसकी पत्नी व साली (मृतक युवक की दूसरी बहन) ने बच्ची की परवरिश करने में असमर्थता जताते हुए शपथ पत्र भी दिया है। सीडब्ल्यूसी ने एसपी पानीपत, डीएसपी समालखा और थाना प्रभारी को पत्र लिख है कि बच्ची की मां को तलाशा जाए।

फिलहाल बच्ची समालखा में

डा. आर्य के मुताबिक फिलहाल कुछ दिनों के लिए बच्ची को उसी व्यक्ति के सुपुर्द किया गया है जो उसे लेकर आफिस पहुंचा था। इससे पहले सिविल अस्पताल से एक एंबुलेंस मंगाई गई थी। बच्ची का शिशु रोग विशेषज्ञों ने चेकअप किया, वह पूरी तरह से स्वस्थ है।

बच्ची की मां मिले, तब हो समाधान

डा. आर्य ने बताया कि बच्ची की मां मिले, तब पता चलेगा कि वह लिव-इन-रिलेशनशिप में रह रही थी या युवक से शादी की हुई थी। मां की मर्जी के बिना हम बच्ची को एडाप्शन के लिए भी नहीं भेज सकते। सात दिनों के भीतर बच्ची की मां को पुलिस नहीं तलाश सकी तो नो-ट्रेस रिपोर्ट ली जाएगी। इसके बाद ही बच्ची को एडाप्शन के लिए भेजा जाएगा। सीडब्ल्यूसी बच्ची की मां के विरुद्ध मुकदमा भी दर्ज कराएगी।


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