जींद के पंकज ने 125 मिनट भूमासन कर वर्ल्ड वाइड बुक में दर्ज कराया नाम, खेत में योग कर किया ये कारनामा
जींद के पंकज सिंगरोहा ने 125 मिनट भूमासन कर वर्ल्ड वाइड बुक में नाम दर्ज करवाया। पहले भूमासन का रिकार्ड 64 मिनट का था। पंकज खेत में जाकर योगासन करता था। इसके बाद पिता ने इस क्षेत्र में आगे बढ़ाया तो कीर्तमान स्थापित कर दिखाया।
जींद, जागरण संवाददाता। हर किसी व्यक्ति के दिल में देश का मान-सम्मान बढ़ाने की ख्वाहिश हमेशा रहती है, लेकिन इसके लिए कड़ी मेहनत एवं इच्छाशक्ति की जरूरत होती है। कुछ इसी तरह की इच्छा शक्ति एवं कड़ी मेहनत की मिशाल जींद के पंकज सिंगरोहा ने योगासन के क्षेत्र में वर्ल्ड वाइड बुक में नाम दर्ज करवा कर पेश की है।
पंकज सिंगरोहा की इस उपलब्धि पर जींद ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश में खुशी का माहौल है और कौने-कौने से उन्हें बधाइयां मिल रही हैं। पंकज सिंगरोहा जींद जिला के हथवाला गांव के निवासी हैं और फिलहाल जींद शहर के विजय नगर में रह रहे हैं। उन्होंने 12 जून को 125 मिनट भूमासन कर विश्व कीर्तिमान स्थापित किया है। पंकज सिंगरोहा का नाम अब वर्ल्ड वाइड बुक बुक में शामिल हो गया है।
इससे पहले यह रिकार्ड 64 मिनट का रहा है। पंकज सिंगरोहा के पिता बृजभान तथा मां नीरू देवी ने बताया कि पंकज पंकज पढ़ाई में बचपन से ही होशियार रहा है। वह पढ़ाई के साथ साथ किसी खेल को भी अपनाना चाहता था, लेकिन किसी भी खेल का चुनाव नहीं कर पा रहा था।
उन्होंने बताया कि चौथी कक्षा के दौरान ही पंकज उनके साथ पार्क में घूमने गया। वहां योगासन करते लोगों कि बारे में पूछा कि यह लोग क्या कर रहे हैं। इसके बाद पंकज ने प्रतिदिन योगा अभ्यास एवं प्राणायाम करना शुरू कर दिया। परिवार के लोगों ने जब इसे योगासन करते देखा तो सुझाव दिया कि इसे खेल की बजाय योगा के क्षेत्र में ही आगे बढ़ाया जाए। इसके बाद स्कूल में पढ़ाई के साथ योगा अभ्यास का प्रशिक्षण दिलवाया गया और आज कड़ी मेहनत एवं सच्ची लगन की बदौलत पंकज नया विश्व कीर्तिमान स्थापित करने में सफल रहा है।
पंकज सिंगरोहा की नानी सरोज देवी तथा मामा दीपक पानू ने बताया कि पूरे परिवार में खुशी का माहौल है और प्रदेशभर से लोगों की बधाइयां एवं शुभकामनाएं मिल रही हैं। उन्होंने बताया कि पंकज को योगासन के क्षेत्र में और आगे बढ़ाने के लिए पर और प्रशिक्षण दिलवाया जाएगा ताकि भविष्य में होने वाली राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में शानदार प्रदर्शन कर पंकज दुनिया में देश का और गौरव बढ़ा सकें। उन्होंने बताया कि पंकज राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर पर कई बार पदक भी जीत चुका है।