होनहार ने नहीं मानी हार, उधार रुपये ले कराई रि-चेकिंग, हुआ गजब का कारनामा
पानीपत के ज्ञानदीप स्कूल के एक होनहार छात्र ने कम अंक आने पर हार नहीं मानी। उसने उधार रुपये लेकर रि-चेकिंग कराई तो उसके अंक आठ से बढ़कर सौ हो गए।
पानीपत, [कपिल पूनिया]। हरियाणा बोर्ड की उत्तर-पुस्तिका जांच में बड़ी लापरवाही सामने आई है। शहर स्थित ज्ञानदीप स्कूल के कक्षा दस के छात्र को गणित में मात्र आठ नंबर मिले। अब पिता ने उधार लेकर गणित समेत चार विषयों का री-इवेल्युऐशन कराया तो गणित में आठ के स्थान पर 80 नंबर मिले हैं। इंटरनल एसेसमेंट के 20 अंक जुड़कर अब प्रियांशु को पूरे 100 अंक मिले हैं। दो विषयों में 10 तक अंक बढ़े तो एक विषय में एक अंक कम मिला। करीब एक माह से तनाव में चल रहा बच्चे और स्वजनों को अब राहत मिली है।
राजनगर निवासी और ज्ञानदीप स्कूल के छात्र प्रियांशु का हाल ही में कक्षा 10वीं का रिजल्ट घोषित हुआ। प्रियांशु को गणित में मात्र आठ अंक मिले और वह फेल हो गया। होनहार बेटे के कम अंक देख माता-पिता को भी दुख हुआ, लेकिन बेटे को तनाव में देख वह दुख जाहिर नहीं कर पाए। प्रियांशु ने खाना-पीना, खेलना और साथियों से मिलना छोड़ दिया। मां-पिता को टेंशन हुई तो वह बच्चे को लेकर शिक्षकों के पास पहुंचे। शिक्षकों ने री-इवेल्युएशन का सुझाव दिया तो बच्चे का हौसला बढ़ा।
कॉपी नहीं, बच्चे का भविष्य जांचते हैं शिक्षक
प्रियांशु के पिता राकेश ने कहा कि शिक्षक उत्तर-पुस्तिका के रूप में बच्चों का भविष्य जांचते हैं। रिजल्ट के बाद 11 जुलाई से बेटे ने खाना-पीना छोड़ दिया था। बेटे को तनाव में देख सब दुखी थे। शिक्षकों से बातचीत के बाद कुछ राहत मिली।
कोरोना काल में उधार लेकर कराई री-इवेल्युएशन
राकेश राजनगर में एक छोटी इलेक्ट्रिकल की दुकान करते हैं। रोजाना की 200-300 रुपये की कमाई है। बेटे ने प्री-बोर्ड परीक्षा में बेहतर अंक प्राप्त किए थे। गणित में 100 अंक आने की उम्मीद थी, लेकिन रिजल्ट ने पैरो तले जमीन निकाल दी। अब री-इवेल्युएशन के साथ कंपार्टमेंट का फार्म भरना जरूरी था, लेकिन पैसे नहीं थे। उधार लेकर चार विषयों की री-इवेल्युएशन और कंपार्टमेंट का फार्म भरने में काफी रुपये खर्च हो गए। कोरोना काल में रुपये नहीं थे तो साथी से उधार लेने पड़े।
री-इवेल्युएशन के बाद अंकों की स्थिति
विषय पहले अंक बाद में अंक
गणित 53 63
हिंदी 60 66
गणित 08 80
सामाजिक 46 45।