खंड के किसान बेहाल, रजिस्ट्रेशन समस्या बरकरार
मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल के बंद हो जाने से किसानों की समस्या बरकरार है। तीन दिन पहले पोर्टल खुलने पर किसानों ने रजिस्ट्रेशन करवाया था।
जागरण संवाददाता, समालखा : मेरी फसल, मेरा ब्योरा पोर्टल के बंद हो जाने से किसानों की समस्या बरकरार है। तीन दिन पहले पोर्टल खुलने पर किसानों ने रजिस्ट्रेशन करवाया था। कई लोगों ने फरवरी में ही रजिस्ट्रेशन करवा रखे हैं। जिनका गिरदावरी मिस मैच होने से फसल का सत्यापन नहीं हो सका है। वे दफ्तरों के चक्कर काट रहे हैं।
नरायणा के सुरेंद्र सिंह कहते हैं कि उसने 4.5 एकड़ गेहूं का रजिस्ट्रेशन करवाया था। गिरदावरी मिस मैच होने से केवल एक एकड़ फसल लाने का मैसेज आया है, जबकि वह साढ़े चार एकड़ गेहूं तैयार कर मंडी लाया है। अब इसे बेचने के लिए चक्कर काट रहा है। वहीं पट्टीकल्याणा के राजीव ने बताया कि उसने 15 एकड़ का रजिस्ट्रेशन करवाया था। उसके केवल ढाई एकड़ फसल का सत्यापन हुआ है। किवाना के संजय और सतबीर ने बताया कि उनके साथ भी यही समस्या है। दो-तीन दिन पहले रजिस्ट्रेशन कराने के बावजूद फसल को सत्यापित नहीं किया गया है। वहीं तहसीलदार सुमनलता का कहना है कि नौ बड़े गांवों की जमाबंदी अपडेट नहीं होने से ई-गिरदावरी चढ़ नहीं सकी है। मैन्युअल गिरदावरी ठीक होने का पटवारियों ने शपथ पत्र दिया है। 20 गांवों की गिरदावरी ऑनलाइन कर दी गई है। बिलासपुर में कोर्ट केस के कारण गिरदावरी नहीं हुई है। हथवाला में चकबंदी चल रही है। समालखा और भापरा की जमाबंदी पर काम चल रहा है। कृषि, राजस्व और हरसक की गिरदावरी मिस मैच होने का पता लगाया जा रहा है। उच्चाधिकारी को समस्याओं से अवगत करा दिया गया है। जल्द ही समस्याओं का निदान किया जाएगा। मालूम हो कि खंड में 32 पंचायत है।