पानीपत के निर्यातक रमेश वर्मा को मिला सर्टिफिकेट ऑफ अचीवमेंट अवॉर्ड
टेक्सटाइल निर्यात को बढ़ावा देने के लिए हैंडलूम मैन्युफैक्चर्स एसोसिएशन के प्रधान रमेश वर्मा को सर्टिफिकेट ऑफ अचीवमेंट अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है। डायेरक्टर ऑफ फारेन ट्रेड (डीजीएफटी) अमित यादव ने दिल्ली में आयोजित दी हैंडीक्राफ्ट एक्सपोर्ट एसो. के 60 वें वार्षिक उत्सव में यह सम्मान दिया। 66 वर्षीय रमेश वर्मा गांव करहंस (समालखा) के रहने वाले हैं। उन्होंने 1975 में पानीपत में कारोबार शुरू किया था।
जागरण संवाददाता, पानीपत :
टेक्सटाइल निर्यात को बढ़ावा देने के लिए हैंडलूम मैन्युफैक्चर्स एसोसिएशन के प्रधान रमेश वर्मा को सर्टिफिकेट ऑफ अचीवमेंट अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है। डायेरक्टर ऑफ फारेन ट्रेड (डीजीएफटी) अमित यादव ने दिल्ली में आयोजित दी हैंडीक्राफ्ट एक्सपोर्ट एसो. के 60 वें वार्षिक उत्सव में यह सम्मान दिया। 66 वर्षीय रमेश वर्मा गांव करहंस (समालखा) के रहने वाले हैं। उन्होंने 1975 में पानीपत में कारोबार शुरू किया था। 1996 में एक्सपोर्ट का कार्य शुरू किया। वर्तमान में डायमंड एक्सपोर्ट के नाम से उनका 25 करोड़ का होम फर्निशिंग एवं टेक्सटाइल का कारोबार है। रमेश वर्मा हैंडीक्राफ्ट एक्सपोर्ट एसोसिएशन दिल्ली के वाइस चेयरमैन भी है। कार्यक्रम में एक्सपोर्ट प्रमोशन कौंसिल चेयरमैन रविद्र कुमार पासी भी मौजूद रहे।
-------
दोगुना हो सकता है पानीपत का निर्यात : रमेश
रमेश वर्मा ने बताया कि पानीपत में निर्यात दोगुना हो सकता है। यहां निर्यात के लिए बहुत क्षमता है। टेक्सटाइल कृषि के बाद सबसे अधिक रोजगार देने वाला उद्योग है। यहां लाखों लोगों को रोजगार मिला हुआ है। उन्होंने बताया कि यह उनके जीवन की उल्लेखनीय उपलब्धि है। पानीपत का निर्यात 10 हजार करोड़ से ज्यादा है। निर्यात और अधिक बढ़ने की क्षमता है। इसके लिए सरकार को यहां के उद्योगों को सुविधाएं देनी चाहिए। यहां के उद्यमियों ने यह उपलब्धि अपने दम पर हासिल की है। देश विदेश में पानीपत का नाम है।