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Panipat Coronavirus Update: पानीपत में कोरोना से दो महिलाओं की मौत, 78 लोग और संक्रमित

पानीपत में कोरोना वायरस संक्रमण मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। लगातार लोगों की मौत हो रही है। दो और महिलाओं की मौत कोरोना संक्रमण की वजह से हुई। वहीं 78 नए मामले भी सामने आए। हालांकि राहत की बात है कि स्वस्थ होने पर 166 को डिस्चार्ज किया।

By Anurag ShuklaEdited By: Published: Wed, 23 Sep 2020 08:03 AM (IST)Updated: Wed, 23 Sep 2020 08:03 AM (IST)
Panipat Coronavirus Update: पानीपत में कोरोना से दो महिलाओं की मौत, 78 लोग और संक्रमित
पानीपत में कोरोना संक्रमण से दो और महिलाओं की मौत हो गई।

पानीपत, जेएनएन। कोरोना संक्रमण से जिले में दो और मौत हो गई, दोनों महिला हैं। एक मृतक दुर्गा कॉलोनी तो दूसरी गीता कॉलोनी की वासी थी। मंगलवार को 78 नए मरीज मिले हैं। इनके अलावा स्वस्थ होने पर 166 को डिस्चार्ज भी किया गया है। पूर्व मेयर भूपेंद्र सिंह की दूसरी रिपोर्ट भी नेगेटिव आई है।

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सिविल सर्जन डा. संतलाल वर्मा ने बताया कि बादल रोड, दुर्गा कॉलोनी वासी 65 साल की महिला को बुखार और सांस लेने में तकलीफ के कारण चार सितंबर को करनाल स्थित कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अगले दिन उनकी कोरोना टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आई। 22 सितंबर की सुबह करीब 6:30 बजे मरीज की मौत हो गई।

गीता कॉलोनी वासी 55 वर्षीया महिला की कोरोना टेस्ट रिपोर्ट 14 सितंबर को पॉजिटिव आई थी। उन्हें होम आइसोलेशन में रखा गया था। बुखार व सांस लेने में तकलीफ के कारण स्वजनों ने 18 सितंबर को उन्हें बिशन स्वरूप कॉलोनी स्थित एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया। 22 सितंबर की सुबह 5.10 बजे मरीज की मौत हो गई।

मृतका का अंतिम संस्कार नगर निगम और जनसेवा दल की टीम ने कोविड-19 की गाइडलाइल के अनुसार किया है। सिविल सर्जन के मुताबिक मंगलवार को 1045 सैंपल लिए गए हैं। जिला में कुल पॉजिटिव 6935 केसों में से 1157 एक्टिव हैं। 5603 स्वस्थ हो चुके हैं। अब तक 94 मरीज घर से लापता हैं, 81 मरीजों की मौत हो चुकी है।

पांच घंटे बाद हुआ अंतिम संस्कार 

गीता कॉलोनी वासी मृतका के भांजे राहुल अग्रवाल ने स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम के आपसी सामंजस्य पर सवाल उठाया है। उन्होंने बताया कि शव को एंबुलेंस से लेकर मंगलवार की सुबह 9:30 बजे श्मशान घाट पहुंच गए थे। नगर निगम की टीम नहीं पहुंची। कॉल की तो बताया कि स्वास्थ्य विभाग से सूचना नहीं मिली है। सिविल सर्जन कार्यालय पहुंचे तो कोई नहीं मिला। इसके बाद शहर विधायक के ऑफिस से कॉल करानी पड़ी। इस दौरान श्मशान घाट के प्रबंधकों ने भी एंबुलेंस को बाहर निकलवा दिया। इसको लेकर बहस भी हुई। तीसरे पहर करीब तीन बजे अंतिम संस्कार हुआ। 

अंतिम संस्कार के लिए पांच घंटे से अधिक इंतजार करना पड़ा। इसकी जानकारी मुझे नहीं है और न ही ऐसी कोई शिकायत मिली है। दोपहर 12:11 बजे मुझे प्राइवेट अस्पताल से कॉल आई थी, मैंन पता किया तो शव श्मशान घाट पहुंच चुका था। 

डा. सुनील संडूजा, नोडल अधिकारी-कोविड 19


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