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Omicron : ओमिक्रोन की दस्‍तक से लोगों में दहशत, बढ़ने लगे कोरोना के मरीज

कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन की वजह से लोग दहशत में हैं। वहीं स्‍वास्‍थ्‍य विभाग लगातार जागरूक कर रहा है। चिकित्‍सकों का कहना है कि तनाव नहीं जागरूक रहने की जरूरत है। कोविड गाइडलाइन का पालन करें। अब कोरोना के केस भी बढ़ने लगे हैं।

By Anurag ShuklaEdited By: Published: Sat, 04 Dec 2021 09:59 AM (IST)Updated: Sat, 04 Dec 2021 09:59 AM (IST)
Omicron : ओमिक्रोन की दस्‍तक से लोगों में दहशत, बढ़ने लगे कोरोना के मरीज
ओमिक्रोन के बीच अब कोरोना केस भी बढ़ रहे।

यमुनानगर, जागरण संवाददाता। कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन के खतरे की आहट हो चुकी है। इसे देखते हुए स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है। दिसंबर माह की शुरूआत से ही कोरोना के मरीज भी बढ़ने लगे हैं। रोजाना एक या दो मरीज सामने आ रहे हैं। इस समय जिले में 10 सक्रिय मरीज हैं। इन मरीजों को सिविल अस्पताल में बने वार्ड में दाखिल कराया गया है। इसके साथ ही अब स्वास्थ्य विभाग लोगों को टीकाकरण के प्रति जागरूक कर रहा है। समाजसेवी संस्थाएं भी लोगों को टीकाकरण के लिए प्रेरित कर रही हैं।

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सैंपलिंग बढ़ने के साथ ही बढ़ सकते हैं मरीज 

नए वैरिएंट की आशंका को देखते हुए अब स्वास्थ्य विभाग ने सैंपलिंग बढ़ा दी है। पहले जहां 700 से 800 सैंपल लिए जा रहे थे। अब यह संख्या बढ़ाकर दो हजार तक कर दी गई है। रोजाना दो हजार सैंपल लिए जाएंगे। इनमें से रैंडमली व्होल जीनोम सिक्वेसिंग के लिए भी भेजे जा रहे हैं। जिससे कोरोना का नया वैरिएंट पकड़ में आ सके। ऐसे में सैंपलिंग बढ़ने के साथ कोरोना के नए मरीज भी सामने आ सकते हैं, क्योंकि विभागीय अधिकारी पहले ही कह चुके हैं कि अभी तक कोरोना खत्म नहीं हुआ है।

चार दिन ही रहा कोरोना मुक्त जिला 

20 माह बाद नवंबर में जिला कोरोना मुक्त हुआ था, लेकिन कोरोना मुक्त अधिक समय तक नहीं रह सका। केवल चार दिन तक जिला कोरोना से मुक्त रहा। इस दौरान जिले में कोई भी सक्रिय केस नहीं था। इसके बाद फिर से मरीज मिलने लगे। अब यह संख्या बढ़कर दस तक पहुंच चुकी है।

वर्ष 2021 में जनवरी से नवंबर माह तक की स्थिति :

माह-संक्रमित मिले-स्वस्थ हुए - मौत

जनवरी- 327 - 423 -13

फरवरी-170 - 187 - 4

मार्च- 1486 - 933 - 9

अप्रैल-6336 - 5338- 49

मई - 8785 - 9393 -153

जून -914 - 1644 - 35

जुलाई - 58 - 87- 5

अगस्त - 40 - 40 - 4

सितंबर - 15 - 19- 1

अक्टूबर - 14 - 16 -0

नवंबर - 13- 08 -0

दूसरी लहर में हुई बेड व आक्सीजन की किल्लत 

कोरोना की दूसरी लहर में सबसे अधिक मौतें हुई थी। इसमें ही आक्सीजन व बेड की किल्लत भी हुई थी। जिले में मरीजों की संख्या भी अन्य जगहों से अधिक थी। इसकी वजह यह थी कि यहां पर पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश व हिमाचल प्रदेश के मरीज भी दाखिल होने के लिए पहुंचे थे। इसके बावजूद स्वास्थ्य विभाग ने आक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए औद्योगिक क्षेत्र में बंद पड़े प्लांट को चालू कराया। जिससे आक्सीजन की पर्याप्त आपूर्ति की व्यवस्था की गई।

सिविल सर्जन डा. विजय दहिया ने बताया कि पहले से ही लोगों से अपील की जा रही है कि वह मास्क का अनिवार्य रुप से प्रयोग करें। अभी कोरोना खत्म नहीं हुआ है। इसलिए पात्रता के दायरे में आने वाले लोग टीकाकरण कराए। तभी इस महामारी से बचा जा सकेगा। नए वैरिएंट की वजह से खतरा और भी बढ़ गया है।

यह स्थिति कोरोना की :

अब तक मिले मरीज : 24 हजार 729

ठीक हुए मरीज : 24 हजार 307

मौत : 412

सक्रिय मरीज : दस

सैंपलिग : चार लाख 87 हजार 146

नेगेटिव रिपोर्ट : चार लाख 57 हजार 285


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