दो गांवों की पंचायत समिति एकमत, बच्चों को सरकारी स्कूलों में ही पढ़ाएंगे
ग्रामीणों ने कहा कि पहले गांवों में सरकारी स्कूलों में ही पढ़ाई होती थी। बच्चे यहां पर पढ़कर बड़े पदों पर नौकरी कर रहे हैं। अब प्राइवेट स्कूलों की संख्या बढ़ गई है।
जागरण संवाददाता, पानीपत : बिझौल और जाटल गांवों की पंचायत समितियां प्राइवेट की बजाय सरकारी स्कूलों में बच्चों के एडमिशन के लिए लोगों को जागरूक करेंगी। शिक्षा अधिकारियों ने ग्रामीणों के फैसले का स्वागत किया है।
दोनों गांवों की पंचायत समितियों की बैठक शनिवार राजकीय स्कूल बिझौल में हुई। इसमें खंड शिक्षा अधिकारी पानीतप राकेश बूरा मुख्य रूप से पहुंचे। ग्रामीणों ने कहा कि पहले गांवों में सरकारी स्कूलों में ही पढ़ाई होती थी। बच्चे यहां पर पढ़कर बड़े पदों पर नौकरी कर रहे हैं। अब प्राइवेट स्कूलों की संख्या बढ़ गई है। इनमें शिक्षा के नाम पर मोटी फीस ली जा रही है, लेकिन पढ़ाई फिर भी ट्यूशन पर करानी पड़ती है। शैक्षिक स्तर सुधारने का प्रयास
दोनों गांवों की पंचायत समिति सदस्यों ने खंड शिक्षा अधिकारी राकेश बूरा से बात की। खंड शिक्षा अधिकारी राकेश बूरा ने बताया कि वे सरकारी स्कूलों में शिक्षा के स्तर को सुधारने का प्रयास कर रहे हैं। यहां पर पढ़ाई के साथ खेलों की भी सुविधा है। ग्रामीणों और पंचायतों को सरकारी स्कूलों में शिक्षा का स्तर ऊपर उठाने के लिए सहयोग करना चाहिए। उनके आगे आने से स्कूलों में बेहतर परिणाम लाए जा सकते हैं। अभिभावकों को करेंगे जागरूक
बिझौल ग्राम पंचायत के सरपंच चरण सिंह और जाटल गांव के सरपंच महावीर ने बताया कि सरकारी स्कूलों में बच्चों के दाखिले के लिए अभिभावकों को जागरूक किया जाएगा। स्कूल स्टाफ के साथ डोर-टू-डोर अभियान चलाया जाएगा। बीईओ राकेश बूरा और अध्यापक हरिओम ने बताया कि वे दोनों सरकारी स्कूलों में ही पढ़े हैं।