एक माह में नालों, सीवर व ड्रेन पर 30 लाख से ज्यादा खर्च, फिर भी ओवरफ्लो
जून माह में नगर निगम जनस्वास्थ्य विभाग ने नालों सीवर व ड्रेन की सफाई के लिए 30 लाख रुपये से ज्यादा खर्च किए। फिर भी नाले व सीवर ओवरफ्लो हो रहे हैं। अब बारिश हुई तो जीटी रोड पर नाले ओवरफ्लो हो गए। इससे जीटी पर खादी आश्रम लाल बत्ती व बस स्टैंड के पास पानी भर गया।
जागरण संवाददाता, पानीपत : जून माह में नगर निगम, जनस्वास्थ्य विभाग ने नालों, सीवर व ड्रेन की सफाई के लिए 30 लाख रुपये से ज्यादा खर्च किए। फिर भी नाले व सीवर ओवरफ्लो हो रहे हैं। अब बारिश हुई तो जीटी रोड पर नाले ओवरफ्लो हो गए। इससे जीटी पर खादी आश्रम, लाल बत्ती व बस स्टैंड के पास पानी भर गया। इससे साफ है कि पैसे खर्च करने के बाद भी समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा।
नाला गैंग, सफाई गैंग व सीवर गैंग द्वारा सफाई करवाई गई। सभी ठेकेदारों ने रिपोर्ट भी सौंप दी। फिर नाले ओवरफ्लो हो रहे हैं। अब बारिश हुई तो व्यवस्थाओं की पोल खुल गई। इससे शहर में प्रमुख मार्गों पर पानी भर गया। सेक्टर11-12 क्षेत्र शहर के सबसे वीआइपी एरिया में आता है। यहां लगभग दिनभर में 30 हजार से ज्यादा लोगों का आना जाना लगा रहता है। यहां नाले व सीवर दोनों ही ओवरफ्लो हो रहे हैं। वीरवार को हुई बारिश में शहर में पानी-पानी हो गया। अब नगर निगम की इस तरह की कार्यप्रणाली से अधिकारियों की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े होने शुरू हो गए हैं। नाला गैंग शहर में सफाई व्यवस्था को लेकर हमेशा विवादों में रहा है। इससे शहर में ठीक से सफाई नहीं होने के कारण जगह-जगह सीेवर व नाले ओवरफ्लो हो जाते हैं। शहर के कुछ क्षेत्र की ग्राउंड रिपोर्ट
खादी आश्रम : इस क्षेत्र में नाले पूरी तरह से ओवरफ्लो चल रहे हैं। इससे सड़कों पर पानी भर गया। इससे वाहन चालकों व आम लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
संजय चौक : यहां नाले ओवरफ्लो की समस्या सबसे पुरानी है। नालों की सफाई के लिए पिछले दो माह से अभियान चलाया जा रहा है, लेकिन फिर भी व्यवस्था पूरी तरह से ठप हो गई।
लाल बत्ती : इस क्षेत्र में सबसे ज्यादा नाले व सीवर दोनों ही ओवरफ्लो रहे। अगर कुछ दिन और बारिश हुई तो शहर में बाढ़ जैसे हालात होंगे।
साई बाबा चौक : इस क्षेत्र में दो एक माह पहले ही नाले की नई लाइन बिछाई गई थी। इसके बाद वीरवार को जब बारिश हुई तो फिर से साई बाबा चौक डूब गया। इससे निगम की कार्यशैली पर सवाल खड़े हो रहे हैं। ये है समस्या
शहर में 150 किलोमीटर के नालों पर एक ड्रेन है। इससे तेज बारिश होने पर शहर में पानी निकलने के लिए सात से आठ घंटे लग जाते हैं। इसमें असंध रोड, सनौली रोड व गोहाना रोड के नालों का निर्माण कार्य चल रहा है। कुछ का लेवल ठीक नहीं है। इसके कारण यह समस्या सामने आ रही। नालों की सफाई करवाई गई थी बारिश ने बिगाड़ा खेल
नगर निगम के सफाई निरीक्षक रिकू शर्मा ने जागरण से बातचीत में बताया कि नालों की सफाई करवाई गई थी। तेज बारिश ने हालात बिगाड़ दिए। ऐसी स्थिति से निपटने के लिए मेयर अवनीत कौर के निर्देशन में योजना बनाई जा रही है।