उत्पादों पर छूट से बढ़ा Online Shopping का रुझान, साइबर ठगी भी बढ़ी, इन बातों का रखें ध्यान
पुलिस के पास अक्टूबर माह करीब 20 ऐसे मामले सामने आए हैं जो कि इन ठगों का शिकार हुए हैं। इस तरह का एक मामला सदर थाना पुलिस के अंतर्गत रहने वाले सेक्टर तीन निवासी मनोज कुमार के साथ हुआ।
कुरुक्षेत्र, जागरण संवाददाता। डिजीटल दौर में लोगों को आनलाइन शापिंग ज्यादा पसंद आ रही है। ऐसे ही लोग साइबर ठगों का साफ्ट टारगेट बन रहे हैं। साइबर ठग आनलाइन शापिंग, बैंक ट्रांजेक्शन से लेकर आनलाइन बिलिंग तक पर नजर रखी जा रही है। इस समय साइबर ठग लोगों को ज्यादा ठगी का शिकार बना रहे हैं। सतर्कता ना बरतने पर साइबर ठग आपके खाते को हैक करके पैसे भी ट्रांसफर कर सकते हैं। बिना सावधानी बरतें आनलाइन बिल पेमेंट करने या किसी ई-कामर्स साइट से गजट खरीदने और एटीएम से कैश निकालने पर ठगी का शिकार हो सकते हैं।
लोग हो रहे आनलाइन ठगी का शिकार
पुलिस के पास अक्टूबर माह करीब 20 ऐसे मामले सामने आए हैं जो कि इन ठगों का शिकार हुए हैं। इस तरह का एक मामला सदर थाना पुलिस के अंतर्गत रहने वाले सेक्टर तीन निवासी मनोज कुमार के साथ हुआ। मनोज कुमार ने सदर थाना पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि किसी अनजान व्यक्ति ने पेटीएम एप के जरिए उसके खाते से धोखाधड़ी कर 57 हजार 200 रुपये निकाल लिए। सदर थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने आमजन से अपील की है कि साइबर धोखाधड़ी से बचने के लिए सतर्क रहें व साइबर ठगी से जागरुकता से ही बचा जा सकता है ।
वेबसाइट लिंक की जांच के बाद ही खरीदारी करें उपभोक्ता : अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कर्ण गोयल ने कहा कि किसी भी वेबसाइट पर खरीदारी करने से पहले उसका डोमेन नेम जरूर चेक करना चाहिए। यह देखना भी जरूरी है कि यूआरएल में एचटीटीपीएस हो ना कि खाली एचटीटीपी। इसके बाद साइट की स्पेलिंग चेक करनी चाहिए, ताकि डोमेन का नाम पता चल सके। जिस कंपनी से सामान ले रहे हैं उसकी प्रोडक्ट इंश्योरेंस सर्विस लेनी चाहिए।
आनलाइन भुगतान से बचना चाहिए केश आन डिलीवरी का विकल्प लेना चाहिए। डिलीवरी लेने और पैकेट खोलने की वीडियो रिकार्डिंग करें। अगर मंगाया गया सामान आपके पास नहीं पहुंचा या मंगवाए गए सामान की बजाए गलत सामान आने पर उसकी शिकायत भी की जा सकती है। सावधानी बरतने पर ही हम अपना पैसा सुरक्षित रख सकते हैं।