तीन मिनट में चालीस हजार साफ, 161 किलोमीटर दूर चंडीगढ़ में हो गई ठगी
पानीपत की आशा वर्कर के साथ हो गई ठगी। किसी को नहीं दिया था अपना डेबिट कार्ड। किसी को नहीं बताया था ओटीपी नंबर। तब भी रुपये निकाल लिए गए।
पानीपत, जेएनएन। दस बजकर 17 मिनट। दस बजकर 18 मिनट। दस बजकर 19 मिनट। इन तीनों मिनटों में चालीस हजार रुपये ठगों ने एटीएम से निकाल लिए। रुपये निकाले चंडीगढ़ में, जिनका खाता है, वो पानीपत में रहते हैं। यानी 161 किलोमीटर दूर जाकर ठगों ने एटीएम से रुपये निकाल लिए। चाहकर भी कोई इन्हें पकड़ नहीं सकता था। रात को ही ठगी की। उपभोक्ता हैरान है कि आखिर इस तरह ठगी कैसे हो सकती है। उन्होंने तो अपना कार्ड किसी को नहीं दिया। किसी को ओटीपी नंबर नहीं बताया। पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है।
सौंधापुर में रहती हैं चालीस वर्षीय सुखविंद्र कौर। आशा वर्कर हैं।असंध रोड चौकी पुलिस को दी शिकायत में सुखविंद्र कौर ने बताया कि उनके खाते से किसी ने रुपये निकाल लिए। ये रुपये 16 सितंबर की रात को निकले। मोबाइल पर मैसेज देखकर हैरान रह गए। बैंक से इस तरह रुपये निकलने लग जाएंगे तो कहां पर सुरक्षित रख सकेंगे।
डेबिट कार्ड का कम प्रयोग
सुखविंद्र डेबिट कार्ड का प्रयोग भी बहुत कम करती हैं। इसके बावजूद उनके साथ ठगी हो गई। उनका कहना है कि वह कोई खरीदारी इस कार्ड से नहीं करतीं। पता नहीं किस तरह ठगों के पास उनकी जानकारी पहुंच गई।
बढ़ रहे हैं मामला
पानीपत में इस तरह की ठगी के मामले में बढ़ते जा रहे हैं। समालखा के एक व्यापारी के साथ इसी तरह ठगी हो गई। मतलौडा के किसान के कार्ड से रुपये निकाल लिए गए।
किसी को न दें अपनी जानकारी
अपने खाते से संबंधित कोई जानकारी किसी को न दें। साइबर सेल के नोडल अधिकारी डीएसपी सतीश वत्स का कहना है कि इन दिनों मैसेज आते हैं, जिन पर लिखा होता है कि क्लिक करें और प्रतियोगिता जीतें। इस तरह के मैसेज को उसी समय डिलीट कर दें। वेबसाइट आपके फोन को हैक कर सकती हैं। आपकी पूरी जानकारी निकाली जा सकती है।