एक हजार तीन सौ बारह लोगों को लगी कोरोना वैक्सीन की पहली डोज
वैक्सीनेशन के नोडल अधिकारी डा. मनीष पासी ने बताया कि मंगलवार को 19 सरकारी और नौ प्राइवेट केंद्रों में टीकाकरण हुआ।
जागरण संवाददाता, पानीपत : कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर सामान्य जन में उत्साह बढ़ रहा है। मंगलवार को 28 केंद्रों में 32 सेशन संपन्न हुए। इनमें आठ निजी अस्पताल भी हैं। कुल 1443 लोगों ने टीका लगवाया, दूसरा टीका लगवाने वालों की संख्या 181 रही। टीकाकरण में सीनियर सिटीजन फिर आगे रहे। 867 को वैक्सीन की पहली डोज दी गई।
वैक्सीनेशन के नोडल अधिकारी डा. मनीष पासी ने बताया कि मंगलवार को 19 सरकारी और नौ प्राइवेट केंद्रों में टीकाकरण हुआ। ये केंद्र सार्वजनिक स्थानों पर बनाए गए थे। एक दिन का लक्ष्य 3800 निर्धारित किया गया था। सुबह नौ से शाम चार बजे तक 39.28 फीसद लक्ष्य (1493 डोज) ही हासिल हुआ। सीनियर सिटीजन ने उत्साह दिखाया। 867 बुजुर्गो ने पहली डोज लगवाई। 45 से 59 साल आयु वर्ग के 367 (सूचीबद्ध 20 बीमारियों में से किसी एक से ग्रस्त) बीमार लोगों को पहला टीका लगा। 95 हेल्थ, 1265 फ्रंटलाइन वर्कर्स भी वैक्सीनेशन कराने पहुंचे।
डा. पासी के मुताबिक हेल्थ-फ्रंटलाइन वर्कर्स में 7473 को प्रथम,4039 को दूसरा टीका लग चुका है। अभी तक 8136 सामान्य जन टीका लगवा चुके हैं।वैक्सीन डोज के प्रतिकूल असर का अभी तक कोई केस गंभीर नहीं मिला है। निजी अस्पतालों में मात्र 145 को टीका
कोरोना वैक्सीनेशन में लाभार्थी निजी के बजाय सरकारी केंद्रों पर अधिक भरोसा कर रहे हैं। सरकारी में निश्शुल्क और निजी अस्पताल में 250 रुपये प्रति डोज होना भी बड़ा कारण है। बता दें कि प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (आयुष्मान भारत) के पैनल में कुल 34 निजी अस्पताल शामिल हैं। स्वास्थ्य विभाग ने पैनल में शामिल 20 निजी अस्पतालों को वैक्सीनेशन के लिए रजिस्टर्ड किया है। इनमें से मंगलवार को मात्र नौ अस्पतालों में वैक्सीनेशन हुआ। जनप्रतिनिधियों की रुचि का इंतजार
कोरोना वैक्सीनेशन और इसके प्रचार-प्रसार में जनप्रतिनिधियों की रुचि नहीं लेना, स्वास्थ्य विभाग के लिए चिता का सबब बना है। यह स्थिति तब है जब मेयर, सांसद, पानीपत शहर, ग्रामीण विधायक, शहर के सभी 26 पार्षद भाजपा के हैं। पूर्व परिवहन मंत्री भी जिले के हैं। 22 मार्च को 10 हजार का लक्ष्य
अतिरिक्त मुख्य सचिव, स्वास्थ्य सेवाएं हरियाणा राजीव अरोड़ा ने 22 मार्च को पानीपत में 10 हजार लाभार्थियों को टीका लगाने का लक्ष्य दिया है। बड़ा लक्ष्य सिर पर देख, वैक्सीनेशन में जुटी टीम के माथे पर अभी से चिता की लकीरें हैं। सबसे बड़ी समस्या सूचीबद्ध 20 बीमारियों में से किसी एक से ग्रस्त लाभार्थियों के टीकाकरण की है। केंद्रों की संख्या बढ़ाएं तो स्वास्थ्य जांच के लिए डाक्टर कहां से लाएंगे। आइएमए को करना होगा सहयोग
कोरोना वैक्सीनेशन के जरिए कोविड-19 से निर्णायक जंग में अब इंडियन मेडिकल एसोसिएशन, पानीपत को स्वास्थ्य विभाग का आगे बढ़कर सहयोग करना होगा। विभागीय अधिकारी पंजीकरण, रिपोर्ट तैयार करने जैसी प्रक्रिया में सक्षम युवाओं का सहयोग भी लेंगे।