जल शक्ति अभियान के तहत हर गांव में लगेंगे एक हजार पौधे, ग्रीनमैन होंगे सीआरपीएफ जवान
जल शक्ति अभियान के तहत जिले में 1.75 लाख पौधे लगाए जाएंगे। उक्त अभियान के तहत पौधारोपण की शुरुआत जल्द ही की जाएगी। इसको लेकर वन विभाग की ओर से तैयारियां की जा रही हैं।
जागरण संवाददाता, पानीपत : जल शक्ति अभियान के तहत जिले में 1.75 लाख पौधे लगाए जाएंगे। उक्त अभियान के तहत पौधारोपण की शुरुआत जल्द ही की जाएगी। इसको लेकर वन विभाग की ओर से तैयारियां की जा रही हैं। लेकिन अभियान में खास बात ये होगी की, ग्रीनमैन (पौधारोपण करने) की भूमिका सीआरपीएफ के जवान निभाएंगे। जोकि हर लोकेशन पर पहुंच पौधारोपण कर लोगों को भी प्रेरित करेंगे। इसको लेकर वन विभाग व सीआरपीएफ के बीच एमओयू हुआ है। हर गांव में लगेंगे एक हजार पौधे
डीएफओ (वन मंडल अधिकारी) जयकुमार ने दैनिक जागरण को बताया कि जिले में 75 गांव हैं। जल शक्ति अभियान के तहत हर गांव में पंचायती व अन्य जगह पर एक हजार पौधे लगा पर्यावरण को हरा भरा बनाने का प्रयास किया जाएगा। यदि किसी गांव में कम पौधे लगते हैं तो उसकी पूर्ति अगले गांव में ज्यादा लगाकर की जाएगी। जिले के दो खंड की पंचायतों ने लोकेशन मुहैया भी करा दी है। उन्होंने बताया कि अभियान में पौधारोपण सीआरपीएफ के जवान हर लोकेशन पर आकर करेंगे। इसको लेकर विभाग का सीआरपीएफ के साथ एमओयू हुआ है। सोनीपत स्थित बटालियन से जवान आया करेंगे। अभियान से सीआरपीएफ जवानों को जोड़ने का मकसद दूसरे लोगों को भी ज्यादा से ज्यादा पौधारोपण के प्रति प्रेरित करना है। साथ ही जवानों में भी पौधारोपण की भावना जगेगी। मनरेगा मजदूर खोदेंगे गड्ढे
जिला परिषद के सीईओ विवेक चौधरी ने बताया कि जल शक्ति अभियान के तहत होने वाले पौधारोपण में मनरेगा मजदूर गड्ढा खोदने का काम करेंगे। इससे हरियाली बढ़ने के साथ मनरेगा मजदूरों को काम भी मिलेगा। ये काम वन व पंचायत विभाग मिलकर कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि पंचायत विभाग की ओर से पौधारोपण को लेकर लोकेशन मुहैया कराई जाएगी। पौधारोपण में सीआरपीएफ जवानों के साथ कुछ एनजीओ भी सहयोग करेंगे। पौधे लगने के बाद उनमें समय पर पानी देने व देखभाल की व्यवस्था भी पंचायत से कराई जाएगी। ज्यादा आक्सीजन देने वाले पौधे लगाए जाएंगे
डीएफओ के मुताबिक जल शक्ति अभियान के तहत जो पौधे लगाए जाएंगे, उनमें ज्यादातर पौधे ज्यादा आक्सीजन देने वाले होंगे। इनमें पीपल, बरगद, नीम आदि होंगे। इसके अलावा लोकेशन मुहैया कराने वाली पंचायत की आमदनी बढ़ाने के लिए फलदार के अलावा कीकर व शीशम के पेड़ भी लगाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि काफी जगह पशु पौधारोपण के बाद पौधे को खा जाते हैं। अभियान के दौरान ऐसे पौधे भी लगाए जाएंगे। जिन्हें पशु नहीं खा सकेंगे। उन्होंने बताया कि सारे पौधे विभाग की नर्सरियों में तैयार किए गए हैं। मंगलवार से हो सकती है शुरुआत
डीएफओ जयकुमार ने बताया कि अभियान के तहत पौधारोपण की शुरुआत मंगलवार को समालखा से हो सकती है। इसको लेकर तैयारी भी की जा रही है। उन्होंने लोगों को भी ज्यादा से ज्यादा पौधारोपण का आह्वान किया।