छह वर्ष में स्वाइन फ्लू के देश 1.10 लाख मरीज, 7250 की मौत
वर्ष 2012 से 2018 तक स्वाइन फ्लू (एच-1 एच-1) से देशभर में एक लाख 9 हजार 934 मरीजों की पुष्टि हुई थी।
राज सिंह, पानीपत
वर्ष 2012 से 2018 तक स्वाइन फ्लू (एच-1 एच-1) से देशभर में एक लाख 9 हजार 934 मरीजों की पुष्टि हुई थी। इनमें से करीब 7250 (लगभग 6.7 फीसद) की मौत हो गई। हरियाणा में इस दौरान 1058 मरीजों की पुष्टि हुई और 125 (12 फीसद) की मौत हो गई। स्वाइन फ्लू 25 से 30 डिग्री सेल्सियस के बीच पैर पसारता है। मौजूदा काल में विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है।
सेंट्रल ब्यूरो ऑफ हेल्थ इंटेलीजेंस (सीबीएचआइ) ने 36 राज्यों (29 राज्य, 7 केंद्र शासित प्रदेश) की नेशनल हेल्थ प्रोफाइल-2019 रिपोर्ट में स्वाइन फ्लू का ये आंकड़े जारी किए हैं। स्वाइन फ्लू ने सबसे अधिक कहर 2015 और 2017 में बरपाया था। इन वर्षों में क्रमश: 2990, और 2270 मौतें हुई थी। सबसे अधिक मौत वाले राज्यों में महाराष्ट्र और गुजरात रहे। महाराष्ट्र में छह वर्षों में 2497 और गुजरात में 1381 मौत हुईं।
सबसे कम आंध्र प्रदेश में एक और असम में नौ मरीजों की मौतें हुई हैं। पड़ोसी राज्य पंजाब के आंकड़ों की बात करें तो छह वर्ष में स्वाइन फ्लू के मरीज को 1042 ही आए, मौत फीसद 26 रहा। उत्तर प्रदेश में 5847 पॉजिटिव में से 214 की मौत हुई थी। स्वाइन फ्लू के लक्षण
लगातार बुखार, ठंड लगना, खांसी, सिर दर्द, गले में खराश, शरीर में दर्द स्वाइन फ्लू के सामान्य लक्षण हैं।स्थिति गंभीर होने पर सांस फूलना, सीने में दर्द, बेहोशी, रक्तचाप कम होना, बलगम के साथ खून आना और नाखूनों का नीलापन आदि।