Move to Jagran APP

Olympic Day 2020: पदक के लिए शरीर को अभ्यास की भट्ठी में तपा रहे चैंपियन

सागर जागलान अखाड़े में कमरे में अकेले रहकर अमन मलिक यमुना किनारे और विक्रांत मलिक गांव के मैदान में अभ्यास करने में जुटे हैं।

By Anurag ShuklaEdited By: Published: Tue, 23 Jun 2020 04:46 PM (IST)Updated: Tue, 23 Jun 2020 04:46 PM (IST)
Olympic Day 2020: पदक के लिए शरीर को अभ्यास की भट्ठी में तपा रहे चैंपियन
Olympic Day 2020: पदक के लिए शरीर को अभ्यास की भट्ठी में तपा रहे चैंपियन

पानीपत, [विजय गाहल्याण]। कोरोना कॉल से उबर कर चैंपियन खिलाडिय़ों ने अभ्यास शुरू कर दिया है। कोई घर पर अभ्यास कर रहा है तो किसी ने किराये के कमरे में डेरा डाल रखा है। किसी ने यमुना किनारे अभ्यास कर शरीर का वजन घटा लिया है। अपनी तकनीकी कमजोरियों को दूर करने और विरोधी के मजबूत दांव का तोड़ निकालने में जुटे हैं। खेल से दूर नहीं रह सकते हैं। अंडर-15 एशियन कुश्ती चैंपियनशिप के स्वर्ण पदक विजेता राजनगर के सागर जागलान, दिल्ली की अंडर-19 हैंडबॉल टीम के कप्तान उग्राखेड़ी के अमन मलिक और कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी के जैवलीन थ्रो के रिकार्डधारी उग्राखेड़ी गांव के विक्रांत मलिक से अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक दिवस के उपलक्ष्य में दैनिक जागरण संवाददाता ने उनकी तैयारी को लेकर खास बातचीत की।

loksabha election banner

 

विश्व कुश्ती कैडेट चैंपियनशिप कर रहा हूं तैयारी

स्टार पहलवान सागर जागलान बताते हैं कि घर पर दो महीने गुजारना मुश्किल रहा है। अब सोनीपत के रोहणा गांव स्थित भोलानाथ अखाड़ा में प्रतिदिन आठ घंटे अभ्यास कर रहे हैं। कोरोना को लेकर कई बंदिश हैं। इस वजह से अभी कुश्ती नहीं कर पा रहा हूं। कमरे में अकेला रहता हूं। वहीं पर कोच अश्विनी दहिया तकनीक रूप से मजबूत बना रहे हैं। उसका लक्ष्य 2021 में होने वाली विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतना है। इसी की तैयारी में जुटा हूं। 

यमुना पर अभ्यास कर पांच किलो वजन घटाया 

अंतरराष्ट्रीय हैंडबॉल प्रतियोगिता के कांस्य पदक विजेता अमन मलिक ने बताया कि वह गोलकीपर हैं। लॉकडाउन में घर रहने से वजन बढ़ गया था। शरीर में लचीलापन भी कम हो गया था। अब वह हर रोज यमुना किनारे दौड़ लगा रहा है। इससे पांच किलो वजन कम हो गया है। वैट ट्रेङ्क्षनग ज्यादा कर रहा हूं। हर रोज 150 बॉल को गोल होने से रोकता हूं। उसका उद्देश्य इंडिया की सीनियर हैंडबॉल टीम में जगह बनाकर देश को एशियन हैंडबॉल चैंपियनशिप में पदक जीतवाना है। 

यू ट््यूब पर देख जोहानस वैटर की तकनीक अपनाई 

नेशनल  चैंपियन विक्रांत मलिक ने बताया कि वह 10 मार्च से भिवानी के भीम स्टेडियम में अभ्यास कर रहे थे। इसके बाद लॉकडाउन हो गया। भिवानी में कोरोना के केस बढ़े तो पांच दिन पहले गांव लौट आया। गांव के स्टेडियम में प्रतिदिन सात घंटे अभ्यास कर रहा हूं। उसकी जैवलिन ज्यादा ऊंचाई ले लेती थी। इससे जैवलिन कम दूर जाती थी। उसने यू ट््यूब पर जर्मन के थ्रोअर जोहानस वैटर की तकनीक देखी। इससे उसकी तकनीक में सुधार आया है। उसका लक्ष्य एथलेटिक्स फैडरेशन कप में पदक जीतना है। इसकी तैयारी कर रहा हूं।  


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.