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स्कूलों में बढ़ने लगी बच्चों की संख्या, शिक्षकों को करनी पड़ रही मशक्कत

करीब 11 माह बाद खुले प्राइमरी स्कूलों में बचों की संख्या बढ़ने लगी है। पहले दिन जहां 15 फीसद तक बचे पाठशाला पहुंचे थे वहीं तीसरे दिन संख्या बढ़कर 30 फीसद तक जा पहुंची।

By JagranEdited By: Published: Sat, 27 Feb 2021 06:40 AM (IST)Updated: Sat, 27 Feb 2021 06:40 AM (IST)
स्कूलों में बढ़ने लगी बच्चों की संख्या, शिक्षकों को करनी पड़ रही मशक्कत
स्कूलों में बढ़ने लगी बच्चों की संख्या, शिक्षकों को करनी पड़ रही मशक्कत

जागरण संवाददाता, पानीपत : करीब 11 माह बाद खुले प्राइमरी स्कूलों में बच्चों की संख्या बढ़ने लगी है। पहले दिन जहां 15 फीसद तक बच्चे पाठशाला पहुंचे थे, वहीं तीसरे दिन संख्या बढ़कर 30 फीसद तक जा पहुंची। अभिभावक भी बच्चों को सहमति पत्र देकर भेजने लगे हैं। हालांकि बच्चों की पढ़ाई कमजोर होने पर शिक्षकों को उस स्तर पर लाने के लिए मशक्कत करनी पड़ रही हैं। आठ मरला प्राइमरी स्कूल का हाल

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शहर के आठ मरला अग्रवाल मंडी स्थित राजकीय प्राथमिक पाठशाला में शुक्रवार दोपहर को तीसरी से पांचवीं तक की कक्षाएं लगी थी। बच्चे चेहरे पर मास्क और शारीरिक दूरी के साथ डेस्क पर बैठे थे। शिक्षिका ज्योति भाटिया व अंजू ने बताया कि 24 फरवरी को पहले दिन 15 फीसद के करीब बच्चे आए थे। अब धीरे धीरे बच्चों की संख्या बढ़ने लगी है। अभिभावक भी बच्चों को स्कूल भेजने में रूचि दिखाने लगे हैं। हर रोज किसी न किसी अभिभावक का फोन आ जाता है। अभिभावकों को प्रेरित भी किया जा रहा है। कार्यवाहक इंचार्ज कमलेश ने बताया कि आज पीटीएम थी। मोबाइल के जरिये ही अभिभावकों से संपर्क किया गया। उन्हें बच्चों की पढ़ाई के साथ अन्य चीजों को लेकर बताया गया। कुछ दिन करनी पड़ेगी ज्यादा मेहनत

शिक्षिका ज्योति भाटिया के मुताबिक करीब 11 माह बाद प्राइमरी स्कूल लगे। छोटे होने के कारण बच्चों ऑनलाइन तरीके से अच्छे से पढ़ नहीं पाने पर काफी कमजोर हो गए हैं। बच्चों को उसी स्तर पर लाने के लिए उन्हें कुछ दिन ज्यादा मेहनत करनी पड़ेगी। उन्होंने बच्चों को शुरुआती तौर से ही पढ़ाना शुरू किया है। ताकि वो अच्छे से पढ़कर परीक्षा की तैयारी कर सके। डीपीसी ने किया निरीक्षण

समग्र शिक्षा अभियान की जिला परियोजना समन्वयक कौशल्या आर्या ने भी शुक्रवार को राजकीय प्राथमिक पाठशाला अग्रवाल मंडी के साथ राजकीय हाई स्कूल वीवर्स कालोनी का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने क्लास में जाकर बच्चों से रूबरू होने के साथ कोविड-19 के नियमों के पालन बारे जाना। शिक्षकों का हाजिरी रजिस्टर भी चेक किया। बच्चों के लिए बैठने और पानी आदि की सुविधा को भी जांचा। डीपीसी ने बताया कि निरीक्षण के दौरान सबकुछ ठीक पाया गया। एक मार्च से पहली से दूसरी की कक्षाएं

स्कूल शिक्षा निदेशालय के निर्देशन पर एक मार्च से पहली व दूसरी की कक्षाएं भी लगनी शुरु हो जाएंगी। इसको लेकर स्थानीय विभागीय अधिकारियों की तरफ से तैयारियां की जा रही हैं। स्कूल आने वाले बच्चों को अभिभावकों से सहमति पत्र लाना होगा। शिक्षकों के मुताबिक बच्चों पर स्कूल आने के लिए कोई दबाव नहीं होगा। घर रहकर भी ऑनलाइन पढ़ाई कर सकते हैं।

कक्षाओं में बच्चों की हाजिरी --

कक्षा कुल बच्चे हाजिर तीसरी 112 45 चौथी 62 15 पांचवीं 57 22


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