आपके काम की खबर... पानीपत में अब चार से छह माह की गर्भवती को लगेगी कोरोना वैक्सीन
गर्भवती महिलाएं कोविशिल्ड या को-वैक्सीन कोई भी डोज लगवा सकती हैं। रूटीन टीकाकरण के तहत कोई टीका लगवाया है तो 15 दिन के अंतर से कोरोना वैक्सीन की डोज लगवाएं। प्रेग्नेंसी शुरू होने से पहले भी कोरोना वैक्सीन की डोज लगवाई जा सकती है।
जागरण संवाददाता, पानीपत। कोरोना संक्रमण को पूरी तरह खत्म करने के लिए अब चार से छह माह तक की गर्भवती महिलाओं को कोरोना वैक्सीन की डोज दी जाएगी। इससे गर्भवती और गर्भ में पल रहे शिशु को सुरक्षा मिलेगी। जिले में हर साल करीब 30 हजार से अधिक महिलाएं गर्भ धारण करती हैं। फिलहाल करीब 11 हजार गर्भवती लाभार्थी हैं।
वैक्सीनेशन के नोडल अधिकारी डॉ. मनीष पासी ने बताया कि परिवार एवं स्वास्थ्य मंत्रालय ने नेशनल टेक्निकल एडवाइजरी ग्रुप आफ इम्यूनाइजेशन की सिफारिशों पर अमल करते हुए गर्भवती का टीकाकरण करने का निर्णय लिया है। सरकार ने इनके लिए गाइडलाइन भी जारी की है। गर्भवती महिलाएं कोविशिल्ड या को-वैक्सीन, कोई भी डोज लगवा सकती हैं। गर्भवती ने यदि रूटीन टीकाकरण के तहत कोई टीका लगवाया है तो 15 दिन के अंतर से कोरोना वैक्सीन की डोज लगवाएं। प्रेग्नेंसी शुरू होने से पहले भी डोज लगवाई जा सकती है।
यह है पानीपत में टीकाकरण का आंकड़ा
उधर, शनिवार को 3860 को टीका लगा। 18 से 44 साल आयु वर्ग के 1951 को पहली,268 को दूसरी डोज लगी। 45 साल या इससे अधिक आयु वर्ग में 356 को पहली, 1285 को दूसरी डोज लगी। अब तक 2.81 लाख 716 को पहली, 57 हजार 757 को दूसरी डोज लग चुकी है।
गर्भवती महिलाओं के लिए इसलिए जरूरी
गर्भवती में कोरोना संक्रमण के लक्षण शुरुआती तौर पर मामूली होते हैं। इसके बावजूद उनकी सेहत में तेजी से गिरावट आती है।इससे गर्भ में पल रहे भ्रूण पर भी हो सकता है।गर्भस्थ शिशु की पेट में या जन्म के समय मृत्यु की संभावना बढ़ सकती है। इसलिए जरूरी है कि गर्भवती महिलाएं टीका लगवाएं।
इन महिलाओं को संक्रमण का अधिक खतरा
- महिला स्वास्थ्य या फ्रंटलाइन वर्कर है।
- जिस समुदाय में संक्रमण की दर अधिक है।
- जिनका संपर्क बाहरी लोगों से रहता है।
- भीड़ में शारीरिक दूरी नहीं बनाने पर।
- उच्च रक्तचाप, शुगर रोग से ग्रस्त महिला।
- मोटापा से ग्रस्त, ब्लड रिसाव की समस्या।
- आयु 35 साल से अधिक होना।
प्रसव के तुरंत बाद टीका
गर्भावस्था के दौरान महिला कोविड पाजिटिव हुई है तो उसे प्रसव के तुरंत बाद कोरोना वैक्सीन का टीका लगवाना चाहिए। डा. पासी ने बताया कि वैक्सीनेशन का कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं है। एक से पांच लाख महिलाओं में से किसी एक को हल्की दिक्कत हो सकती है।
वैक्सीनेशन के 20 दिनों के भीतर लक्षणों पर रखें ध्यान
- श्वास लेने में तकलीफ, छाती में दर्द।
- पेट में लगातार दर्द, उल्टी होना।
- हाथ-पैरों में दर्द, पैरों में सूजन।
- इंजेक्शन की जगह त्वचा पर लाल रंग के निशान।
- शरीर के किसी भी अंग का कमजोर होना।
- लगातार सिर दर्द, उल्टी होना।
- धुंधला दिखना, आंखों में दर्द रहना।
दो कोरोना पॉजिटिव, इतने ही रिकवर
कोविड-19 के जिला नोडल अधिकारी डा. सुनील संडूजा ने बताया कि शनिवार को कोरोना के दो मरीज मिले हैं। ये गांव मच्छरौली और सेक्टर 13-17 निवासी हैं। जिला में अब तक मिले 31075 पाजिटिव में से 30426 रिकवर हो चुके हैं। 12 केस एक्टिव हैं और अभी तक 637 कोरोना संक्रमित दम तोड़ चुके हैं।
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