अब मौसम के पूर्वानुमान से अपडेट रहेंगे पानीपत जिले के किसान
मौसम के पूर्वानुमान प्राप्त कर किसान बिजाई व रोपाई के साथ समय पर कीटनाशकों फफूंदीनाशी उर्वरक व विभिन्न प्रकार के रसायनों का छिड़काव कर सकते हैं।
जागरण संवाददाता, पानीपत : जिले के किसान भी अब मौसम पूर्वानुमान से अपडेट रहेंगे। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग द्वारा कृषि विज्ञान केंद्र ऊझा में जिला कृषि मौसम विज्ञान ईकाई की स्थापना की गई है। इसका मुख्य उद्देश्य जिले के किसानों को मौसम पूर्वानुमान के महत्व के बारे में जागरूक करना है, ताकि उन पर पड़ने वाली मौसम की मार को कम कर फसल उत्पादन बढ़ाया जा सके।
केंद्र के वरिष्ठ संयोजक डा. राजबीर गर्ग ने बताया कि मौसम पूर्वानुमान के बहुत से लाभ है। मौसम के पूर्वानुमान प्राप्त कर किसान बिजाई व रोपाई के साथ समय पर कीटनाशकों, फफूंदीनाशी उर्वरक व विभिन्न प्रकार के रसायनों का छिड़काव कर सकते हैं। वहीं इसके आधार पर हानिकारक कीटों एवं रोगों का पूर्वानुमान किया जा सकता है। फसलों की वृद्धि व विकास के लिए उचित समय अंतराल पर खरपातवार नियंत्रण किया जा सकता है। फसलों की कटाई और झड़ाई का उचित समय निर्धारण किया जा सकता है।
मंगलवार व शुक्रवार को प्रसारित होंगे आंकड़े
मौसम विशेषज्ञ आशीष कुमार ने बताया कि कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा सप्ताह में मंगलवार व शुक्रवार को मौसम पूर्वानुमान के आंकड़े प्रसारित किए जाएंगे। इस सप्ताह जिले में आगामी चार-पांच दिन मौसम खुश्क रहेगा। दिन के तापमान में बढ़ोतरी होगी। अधिकतम तापमान 28.6 से 32.7 डिग्री और न्यूनतम तापमान 11.4 से 14.8 डिग्री रहने की संभावना है। ये मौसम गेहूं की फसल में एफिड (चेपा) के संक्रमण के लिए अनुकूल है। ऐसे में किसान अपने खेत में निगरानी रखें। एफिड (चेपा) के लक्षण दिखाई देने पर कृषि विशेषज्ञों से संपर्क कर दवाई का छिड़काव करें। जरूरत के अनुसार गेहूं, बरसीम, सरसों और अन्य फसलों में सिचाई करें। दिन का तापमान बढ़ने से फसलों में बीमारियां आने का खतरा रहता है।