पानीपत में GST रिटर्न के 659 डिफॉल्टरों को नोटिस, बैंक खाते और प्रॉपर्टी होंगी अटैच Panipat News
जीएसटी के रिटर्न डिफॉल्टरों पर कार्रवाई तेज कर दी गई है। आबकारी एवं कराधान विभाग (एसटी) ने रिटर्न डिफाल्टरों को सूचना देते हुए चेतावनी दी है।
पानीपत, जेएनएन। सी फार्म में फर्जीवाड़ा उजागर होते ही आबकारी एवं कराधान विभाग ने जीएसटी के रिटर्न डिफॉल्टरों पर कार्रवाई तेज कर दी है। जिले के 659 डिफाल्टरों को नोटिस जारी किए हैं। उनके आगे न आने पर विभाग फर्मों के बैंक खाते और प्रॉपर्टी अटैच कर देगा।
आबकारी एवं कराधान विभाग (एसटी) ने रिटर्न डिफाल्टरों को मंगलवार को फोन पर व्यक्तिगत रूप से सूचना देनी शुरू कर दी हैं। उनको साफ शब्दों में कार्रवाई की चेतावनी दी गई। विभाग के नोटिस के बाद सीधा फोन जाने पर डीलरों की धड़कन तेज हो गई। कुछ डिफाल्टर फोन जाते ही रिटर्न जमा कराने पहुंच गए। अधिकारियों और कर्मचारियों को इसके लिए अतिरिक्त काम करना पड़ रहा है।
स्टेट और सेंटर के करीब 38 हजार डीलर
आबकारी एवं कराधान विभाग के अधिकारियों के अनुसार जिले में 38007 डीलर रजिस्टर्ड हैं। इनमें से स्टेज जीएसटी में 22871 डीलर हैं। इनमें 12417 नए और 10454 पुराने डीलर हैं। सेंटर जीएसटी में 15136 डीलर हैं। इनमें 12350 नए और 2786 पुराने डीलर हैं।
जीएसटी में 18 करोड़ की रिकवरी
जिले में सी फार्म के साथ जीएसटी फर्जीवाड़े का भी बोलबाला रहा है। यहां पर करीब दो हजार करोड़ का जीएसटी फर्जीवाड़ा जून महीने तक सामने आ चुका है। विभागीय अधिकारियों ने 36 फर्मों के खिलाफ पुलिस में मुकदमा दर्ज करा रखा है। इन पर फर्जी तरीके से रजिस्टर कराकर करोड़ों के राजस्व को चूना लगाने का आरोप है। जीएसटी टीम ने 18 मामले अपनी जांच में पकड़े हैं। संजय भलौटिया को इसमें गिरफ्तार किया था। कोर्ट के आदेश पर 2 करोड़ रुपये जमा कराए थे। अब तक करीब 18 करोड़ की रिकवरी हो चुकी है।
जीएसटी में रिटर्न दाखिल करनी है। जिले में करीब 659 डीलर ने अब तक रिटर्न जमा नहीं कराई है। इनके बैंक खाते और प्रॉपर्टी अटैच की जाएंगी। जिले में 54 फर्मों पर मुकदमा दर्ज कराया जा चुका है। इनसे 18 करोड़ रुपये की रिकवरी हो चुकी है। जीएसटी रिटर्न में गत वर्ष से 7.5 प्रतिशत की बढ़ौतरी हुई है।
राजाराम नैन, उप आबकारी एवं कराधान अधिकारी (एसटी) पानीपत।